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लीड्स में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला खेला जा रहा है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत के 471 रनों के जवाब में मेजबान टीम ने 3 विकेट के नुकसान पर 209 रन बोर्ड पर लगा दिए थे। हालांकि मैच के तीसरे दिन भी भारत और इंग्लैंड के प्लेयर्स ब्लैक आर्मबैंड बांधे नजर आए। इस आर्टिकल में हम आपको उसके पीछे की असली वजह बताएंगें।
मैच के तीसरे दिन ब्लैक आर्मबैंड बांधकर क्यों उतरे भारत-इंग्लैंड के खिलाड़ी
दरअसल भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे लीड्स टेस्ट के तीसरे दिन दोनों टीमों के खिलाड़ी पूर्व इंग्लिश तेज गेंदबाज डेविड सिड लॉरेंस को श्रद्धांजलि देने के लिए एक मिनट का मौन रहा साथ ही इस मौके पर ब्लैक आर्मबैंड बांधकर मैदान पर उतरे।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर इस बात की जानकारी देते हुए लिखा कि "दोनों टीमें इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर डेविड 'सिड' लॉरेंस, जिनका दुखद निधन हो गया है को सम्मान देने के लिए काली पट्टी बांध रखी हैं। तीसरे दिन का खेल शुरू होने से पहले एक पल के लिए मौन रखा गया।" इंग्लैंड और वेस्ट क्रिकेट बोर्ड ने भी उनकी मौत की जानकारी देते हुए श्रद्धांजलि दी।
कौन थे डेविड सिड लॉरेंस?
डेविड 'सिड' इंग्लैंड और ग्लूस्टरशायर के पूर्व तेज गेंदबाज थे। उन्होंने 1988 और 1992 के दौरान इंग्लैंड के लिए पांच टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 18 विकेट लिए। उन्होंने ग्लूस्टरशायर के लिए भी 185 मैच खेले और 515 विकेट लिए। वह 1988 में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करने वाले पहले ब्रिटिश मूल के अश्वेत क्रिकेटर थे। वह अपने काउंटी के पहले अश्वेत अध्यक्ष भी थे, उन्हें 2022 में इस पद पर नॉमिनेट किया गया था।
लॉरेंस के परिवार ने दुखद समाचार की घोषणा करने के लिए एक बयान जारी किया। बयान में कहा गया, "हमें बहुत दुख के साथ यह घोषणा करनी पड़ रही है कि मोटर न्यूरॉन बीमारी से बहादुरी से लड़ते हुए डेव लॉरेंस एमबीई का निधन हो गया है। सिड क्रिकेट मैदान के अंदर और बाहर एक प्रेरणादायी व्यक्ति थे, और सबसे बढ़कर उनके परिवार के लिए, जो उनके निधन के समय उनके साथ थे।"