
26 जुलाई से 11 अगस्त तक 15 दिनों तक फ्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजित होने खेलों के महाकुंभ के आगाज में पांच दिनों का समय बचा है। इस महाकुंभ में भारत के 117 खिलाड़ी पदक जीतने के लिए अपना दमखम दिखाते नजर आएंगे। ऐसे में इस आर्टिकल में हम आपको ओलंपिक के इतिहास में नंबर 5 से जुड़े कुछ रोचक और अनोखे तथ्यों पर नजर डालेंगे।
ओलंपिक फाइनल में सर्वाधिक 5 गोल करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड
बलबीर सिंह सीनियर यकीनन भारत से बाहर निकलने वाले महानतम हॉकी खिलाड़ियों में से एक थे और उनका जन्म 10 अक्टूबर को पंजाब के हरिपुर खालसा नामक गाँव में वर्ष 1924 में हुआ था। इस अनुभवी हॉकी खिलाड़ी ने 1948 ओलंपिक में अपने बेहतरीन प्रदर्शन से दुनिया को अपना मुरीद बना लिया था। अक्सर भारतीय हॉकी टीम के बेहतरीन फॉरवर्ड खिलाड़ियों में से एक मने जाने वाले बलवीर सिंह सीनियर ने 1948,1952 और 1956 में ओलंपिक स्वर्ण पदक की हैट्रिक बनाने में उनकी मदद की।
हालांकि 1952 ओलंपिक फाइनल में किया गया उनका शानदार प्रदर्शन आज तक एक अनोखे रिकॉर्ड के तौर पर दर्ज है। दरअसल भारत को फाइनल में नेदरलैंड्स का सामना करना था। नेदरलैंड्स ने भारत को चुनौती देने की कोशिश की लेकिन कुछ समय बाद ही वह ओलिंपिक चैंपियन के सामने घुटने टेक चुकी थी। भारत ने इस मुकाबले में 6-1 से जीत दर्ज की थी। भारत की ओर से फाइनल मैच में बलबीर सिंह ने पांच गोल दागे थे। उनके नाम ओलिंपिक के फाइनल मुकाबले में सबसे ज्यादा गोल करने रिकॉर्ड दर्ज हुआ जो आज भी उन्हीं के नाम है। भारत ने इन ओलिंपिक खेलों में कुल 13 गोल किए जिसमें से बलबीर सिंह सीनियर ने अकेले नौ गोल किए। भारत ने इस जीत से एक बार फिर हॉकी पर अपनी बादशाहत साबित की थी।