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भारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला खेला जा रहा है। 20 जून जारी इस मुकाबले के तीसरे दिन भारत के 471 रनों के जवाब में मेजबान टीम ने पहली पारी में ओली पोप की शतकीय पारी और हैरी ब्रूक के 99 रनों की पारी की मदद से 465 रन बोर्ड पर लगाए। जिसके बाद भारत ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक दूसरी पारी में दो विकेट के नुकसान पर 90 रन बोर्ड पर लगा दिए।
हालांकि एक समय मैच में काफी मजबूत स्थिति में मौजूद भारतीय टीम ने मैदान पर काफी खराब फील्डिंग की। अकेले जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी पर कई कैच छोड़े गए। ऐसे में मैच पांच विकेट चटकाने वाले बुमराह ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद टीम की खराब फील्डिंग को लेकर चुप्पी तोड़ी है।
भारत की खराब फील्डिंग पर क्या बोले जसप्रीत बुमराह
हेडिंग्ले टेस्ट की दूसरे और तीसरे दिन भारतीय टीम की फील्डिंग काफी खराब रही। यशस्वी जायसवाल समेत कई खिलाड़ी ने आसान से कैच छोड़कर इंग्लिश बल्लेबाजों को जीवनदान दिए। जिसके बाद बेन डकेट से लेकर ओली पोप और हैरी ब्रूक ने उन जीवनदानों को भुनाते हुए शानदार पारियां खेलकर इंग्लैंड को मैच में बनाए रखा। हालांकि लगातार खराब फील्डिंग के बावजूद भारत ने इंग्लैंड की पहली पारी को 465 रनों पर रोककर 6 रनों की बढ़त हासिल की। इसमें सबसे बड़ा योगदान जसप्रीत बुमराह का रहा।
बुमराह ने अपने 24.2 ओवर के स्पेल में 83 रन देकर अपने करियर का 14वां पांच विकेट हॉल हासिल किया। हालांकि तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में न्यूज एजेंसी पीटीआई ने बुमराह से भारतीय टीम की खराब फील्डिंग को लेकर सवाल किया गया। जिसका जवाब देते हुए बुमराह ने कहा "मैं एक पल के लिए निराश हो जाता हूँ जब कैच छूट जाते हैं। यह खेल का एक अभिन्न अंग है, और खिलाड़ी नए हैं और बहुत मेहनत कर रहे हैं। मैं कोई तमाशा खड़ा नहीं करना चाहता और उन पर ज़्यादा दबाव नहीं डालना चाहता। कोई भी जानबूझकर ऐसा नहीं कर रहा है, इसलिए वे इस अनुभव से सीखेंगे।"
गौरतलब है कि भारत ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक 96 रनों की बढ़त बना ली है। वहीं भारत के हाथ में अभी भी आठ विकेट है।