आज का दिन भारत के क्रिकेट इतिहास में काफी अहम मुकाम रखता है। आज से 17 बरस पहले भारत ने T20I वर्ल्ड कप के पहले संस्करण के सेमीफाइनल में उस समय की सबसे खतरनाक टीमों में से एक और उस समय की वनडे चैंपियन ऑस्ट्रलिया को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। उसके बाद भारत ने खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान को हराकर पहला T20I खिताब अपने नाम किया था।
ऑस्ट्रेलिया को हराकर भारत ने बनाई थी T20I वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह
भारतीय क्रिकेट टीम ने 2007 में T20I वर्ल्ड चैंपियन बनकर सभी को चौंका दिया था। इंडिया ने 24 सितंबर को जोहान्सबर्ग में खेले गए फाइनल मुकाबले में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को हराकर खिताब अपने नाम किया था। हालांकि इससे पहले भारत को आज से 17 बरस पहले आज ही के दिन यानी 22 सितंबर, 2007 को डरबन में सेमीफाइनल में शक्तिशाली ऑस्ट्रेलिया का सामना करना पड़ा। ग्रुप स्टेज में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भारत ने 2007 टी20 विश्व कप के फाइनल में पहुंचने के लिए सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को चौंका दिया।
भारत 2007 टी20 वर्ल्ड कप के अपने पिछले मैचों में पाकिस्तान, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसी बड़ी टीमों के खिलाफ जीत दर्ज करने के बाद आ रहा था। उनका मुकाबला सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के साथ हुआ। जिसके खिलाफ वे 2003 में वनडे विश्व कप फाइनल हार गए थे। इस बड़े मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने अपने दोनों सलामी बल्लेबाजों वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर के विकेट आठ ओवर के बाद महज 41 रन के स्कोर पर खो दिए थे। हालांकि इसके बाद युवराज सिंह पारी की कमान संभाली।
युवराज सिंह की शानदार पारी के दम पर भारत ने दर्ज की जीत
इंग्लैंड के खिलाफ एक ओवर में छह छक्कों सहित 58 (16) रन बनाने के बाद, युवराज सिंह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच में टीम से बाहर हो गए थे। हालांकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में युवी की वापसी हुई। आठ ओवर के बाद 41/2 पर बल्लेबाजी करने आए, युवराज ने सिर्फ 30 गेंदों में 70 रन बनाकर भारत को निर्धारित 20 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 188 रनों के स्कोर तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया। अपनी पारी के दौरान, बाएं हाथ के बल्लेबाज ने पांच चौके और पांच छक्के लगाए। उन्हें रॉबिन उथप्पा (28 गेंद में 34 रन) और कप्तान एमएस धोनी (18 गेंद में 36 रन) का भी योगदान रहा।
लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने एडम गिलक्रिस्ट के रूप में अपना पहला विकेट 5.1 ओवर में 36 रन के स्कोर पर गंवा दिया। उसके बाद, मैथ्यू हेडन ने 15वें ओवर में एस श्रीसंत के हाथों आउट होने से पहले चार चौकों और चार छक्कों की मदद से 62 (47) रन बनाए। एंड्रयू साइमंड्स ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को फिनिशिंग लाइन तक ले जाने की कोशिश की लेकिन 43 (26) रन बनाने के बाद वह आउट हो गए लेकिन 17वें ओवर में आउट हो गए। अंत में, ऑस्ट्रेलिया 20 ओवर के अंत में केवल 173/7 के स्कोर तक पहुंच सका, जिसके चलते ऑस्ट्रेलिया मुकाबला 15 रनों से हार गया।
भारत की ओर से श्रीसंत ने चार ओवर में सिर्फ 12 रन देकर दो विकेट लिए। इसके अलावा इरफान पठान और जोगिंदर शर्मा ने भी 2-2 विकेट लिए। युवराज सिंह को उनकी 70 रनों की शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।(30). सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद, भारत ने 2007 में पहली बार टी20 विश्व कप जीतने के लिए फाइनल में पाकिस्तान को पांच रन से हराया।