
26 जुलाई से फ्रांस की राजधानी पेरिस में शुरु हुए ओलंपिक गेम्स के 33वें संस्करण में 20 वर्षिय भारतीय निशानेबाज रमिता जिंदल ने महिला 10 मीटर एयर राइफल निशानेबाजी स्पर्धा के क्वालीफिकेशन में पांचवे स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बना ली है। इसके साथ ही रमिता जिंदल ने इतिहास रच दिया है।
रमिता जिंदल ने पेरिस ओलंपिक में फाइनल में पहुंचकर रचा इतिहास
पेरिस ओलंपिक में 27 जुलाई का दिन भारत के लिए निराशाजनक रहा। हालांकि आज के दिन की शुरुआत भारत के लिए बेहतरीन रही। भारत की रमिता जिंदल ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल फाइनल के फाइनल में जगह बनाकर टॉप स्थान हासिल किया। जिंदल ने क्वालीफिकेशन राउंड में 631.5 के स्कोर के साथ रविवार, 28 जुलाई को फाइनल के लिए क्वालीफाई किया।
भारतीय खिलाड़ी क्वालीफिकेशन दौर में पांचवें स्थान पर रही जबकि इलावेनिल 630.7 के कुल स्कोर के साथ दसवें स्थान पर खिसक गई। बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर रमिता पिछले 20 वर्षों में मनु भाकर के बाद पदक दौर में पहुंचने वाली दूसरी महिला निशानेबाज बन गईं। इसके अलावा, वह अपने कोच सुमा शिरूर (एथेन्स 2004) के बाद ओलंपिक फाइनल में जगह बनाने वाली पहली महिला राइफल निशानेबाज हैं।
इलावेनिल हुई प्रतियोगिता से बाहर
भारत के इलावेनिल वलारिवन श्रृंखला के शुरुआती भाग में बहुत आगे होने के बावजूद अंतिम दौर में जगह बनाने से चूक गई। एक समय पांचवें स्थान पर रहने वाली इलावेनिल आखिर राउंड में निराशाजनक प्रदर्शन के चलते टॉप 8 में जगह बनाने में नाकाम रही।
इलावेनिल ने 103.8 के साथ 105.8,106.1,104.4,105.3,105.3 का स्कोर किया। शॉट्स के छठे और अंतिम दौर में भारतीय निशानेबाज पिछड़ गई। 24 वर्षीय इलावेनिल 630.7 अंकों के साथ नौंवे पायदान पर रही। जबकि कोरिया के ह्योजिन बान ने 634.5 अंकों के साथ क्वालीफिकेशन दौर में टॉप पायदान पर काबिज रही।