
इस सप्ताह के आखिर में 26 जुलाई से 11 अगस्त तक फ्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजित होने वाले पेरिस ओलंपिक में दुनियाभर के कई खिलाड़ी अपने-अपने देश का नाम रोशन करने के लिए अपना दमखम दिखाते नजर आएंगे। खेलों के इस महाकुंभ में अब चार दिनों का समय बचा है। ऐसे में इस आर्टिकल में हम ओलंपिक इतिहास में 4 नंबर से जुड़े कुछ अनोखे और रोचक तथ्य आपके सामने रखेंगे।
भारत ने निशानेबाजी में अब तक जीतें है चार पदक
निशानेबाजी की दुनिया में, भारत ने 21वीं सदी में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। भारतीय निशानेबाजों ने दुनिया भर के टूर्नामेंटों में लगातार पदक जीते हैं। पिछले दो दशकों में ओलंपिक खेलों में निशानेबाजी में भारत का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है, जिसमें चार निशानेबाजों ने पदक जीते हैं, जिसमें एक स्वर्ण भी शामिल है।
राज्यवर्धन सिंह राठौर (रजत पदक, एथेंस 2004)
राज्यवर्धन सिंह राठौर ने एथेंस 2004 में इतिहास रचा, भारत के लिए ओलंपिक में निशानेबाजी में पहला पदक जीता। पुरुषों की डबल ट्रैप स्पर्धा के फाइनल में संयुक्त अरब अमीरात के अहमद अल मकतूम ने शानदार तरीके से स्वर्ण पदक जीता, जिससे राज्यवर्धन सिंह राठौर को चीन के वांग झेंग की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा, जिसे उन्होंने पार करते हुए रजत पदक जीता।