
मेजबान पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के बीच मुल्तान क्रिकेट ग्राउंड पर सीरीज का दूसरा और आखिरी टेस्ट मुकाबला खेला गया। मुल्तान की स्पिन फ्रेंडली पिच पर खेले गए इस मुकाबले में मेहमान टीम ने मेजबान टीम को 120 रनों से करारी शिकस्त देकर सीरीज 1-1 की बराबरी पर खत्म की। इस जीत के साथ ही वेस्टइंडीज ने 34 बरस के बाद पाकिस्तानी सरजमी पर अपनी पहली टेस्ट जीत दर्ज की।
कैरेबियन स्पिनरों के सामने संघर्ष करते दिखे पाकिस्तानी बल्लेबाज
मुल्तान में खेले गए दो मैचों की टेस्ट सीरीज के आखिरी टेस्ट मुकाबले में वेस्टइंडीज ने पाकिस्तान को उसी की तकनीकी से हराकर सीरीज 1-1 की बराबरी पर खत्म की। इस जीत के साथ ही मेहमान कैरेबियन टीम 34 साल के बाद पाकिस्तान में कोई टेस्ट मुकाबला जीतने में कामयाब रही। मुकाबले की बात करें तो कैरेबियन कप्तान क्रेग ब्रैथवेट ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया।
हालांकि कप्तान का फैसला सही साबित नहीं हो सका। पाकिस्तानी स्पिनरों के सामने संघर्ष करती करेबियन टीम ने 9 विकेट महज 95 रनों पर गंवा दिए। हालांकि इसके बाद 10वें विकेट के वारिकन के साथ मिलकर मोती ने 68 रन जोड़कर कैरेबियन टीम को पहली पारी में 163 रनों के स्कोर पर पहुंचने में मदद की। गुडाकेश मोती 87 गेंदों पर 55 रन बनाकर टॉप स्कोरर रहे।
जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी मेजबान पाकिस्तानी टीम महज 154 रनों पर सिमट गई। पाकिस्तान की ओर से मोहम्मद रिजवान 49 रन बनाकर टॉप स्कोरर रहे। हालांकि पहली पारी में जल्दी ढेर होने वाली कैरेबियन टीम ने दूसरी पारी में कप्तान ब्रैथवेट की अर्धशतकीय पारी की मदद से दूसरी पारी में 244 रन बोर्ड पर लगाने में कामयाब रही। ऐसे में जीत के लिए 255 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मेजबान टीम कैरेबियन स्पिनर वारिकन और केविन सिंक्लेयर के शानदार गेंजबाजी के सामने महज 130 रनों पर सिमट गई। पाकिस्तान की ओर से दूसरी पारी में बाबर आजम 31 रन बनाकर टॉप स्कोरर रहे। कैरेबियन स्टार स्पिनर जोमेल वारिकन अपनी शानदार गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द सीरीज चुने गए।