
Credit: BCCI
हाल ही में भारतीय सरकार द्वारा गेमिंग कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद ड्रीम 11 ने टाइटस स्पांसर के नाम वापस ले लिया और टीम इंडिया बिना टाइटल स्पांसर के हो गई है। बीसीसीआई ने मंगलवार को भारतीय क्रिकेट टीम के नए टाइटल स्पांसर की खोज शुरू कर दी है। भारतीय बोर्ड ने इसके लिए आवेदन मांगे हैं।
ड्रीम-11 ने प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग एक्ट 2025 के कारण अपने उन गेमों को बंद कर दिया जिनमें पैसा लगता था। इस नियम के मुताबिक, एक कोई भी शख्स ऑनलाइन गेमिंग सर्विस में शर्त, पैसा नहीं लगा सकता और न ही न ही इस तरह के विज्ञापन से जुड़ेगा जिसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तरीके से किसी दूसरे व्यक्ति को ऑनलाइन गेम खेलने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हो। बीसीसीआई ने साफ तौर पर ऑनलाइन गेमिंग एप और क्रिप्टो कंपनियों को आवेदन करने की मनाही की है।
आवेदन की अंतिम तारीख 16 सितंबर
कंपनियों को इसके लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 16 सितंबर है। बीसीसीआई ने जो बयान जारी है उसमें साफ कर दिया है कि आवेदक कंपनी और उससे जुड़ी कंपनियां अगर प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग एक्ट 2025 में प्रतिबंधित कामों में संलिप्त होती हैं तो वह आवेदन देने की हकदार नहीं हैं।
बीसीसीआई ने साथ ही तंबाकू, शराब कंपनियों को भी आवेदन करने से दूर रखा है। बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि कुछ ब्रांड कैटेगरी जिनका संबंध मौजूदा स्पांसरों से हैं उन्हें ब्लॉक कर दिया जाएगा।
बीसीसीआई ने बयान में लिखा है, आवेदक अपने दूसरे ब्रांड की कंपनियों से आवेदन नहीं दे सकते। जहां तक आवेदन करने वाली कंपनी की बात है तो बीसीसीआई ने इसके लिए आर्थिक पैमाना भी तय किया है। बीसीसीआई ने कहा है कि वो कंपनियों जिनका बीते तीन साल का टर्नओवर कम से कम 300 करोड़ रुपये या आवेदक की बीते तीन साल की औसत नेट वर्थ कम से कम 300 करोड़ रुपये हो वही आवेदन कर सकती हैं।