भारत के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेले जाने वाली पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के लिए भारतीय टीम से बाहर होने पर अपनी चुप्पी तोड़ दी है। उनकी ये प्रतिक्रिया भारत के न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज हारने के कुछ समय बाद आई है। 12 सालों में पहली बार भारत को घरेलू सीरीज में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। इसके साथ भारत का घर पर लगातार 18 सीरीज जीतने के सिलसिले का भी अंत हो गया है।
शमी ने फैंस और बीसीसीआई से मांगी माफी
मोहम्मद शमी पिछले साल नवंबर में भारत की मेजबानी में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप फाइनल के दौरान टखने में चोट लगने के बाद से ही क्रिकेट से दूर हैं। फरवरी में उन्हें सर्जरी करानी पड़ी और तब से वह बेंगलुरु की राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में रिहैबिलिटेशन से गुजर रहे हैं।
हाल ही में कुछ दिनों पहले उन्होंने मीडिया से बात करते हुए स्वीकार किया कि उन्हें दर्द नहीं है, जबकि बेंगलुरु टेस्ट के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने खुलासा किया था कि इस महीने की शुरुआत में एनसीए में टखने की सर्जरी से उबरने के दौरान उनके घुटने में सूजन आ गई थी। हालांकि, एहतियात के तौर पर BCCI इंटरनेशनल लेवल पर उनकी वापसी में जल्दबाजी नहीं करना चाहता था, और इसलिए शमी को ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के लिए नहीं चुना गया।
इस बीच ऑस्ट्रेलिया दौरे से बाहर होने पर शमी ने 26 अक्टूबर की रात आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक और वीडियो शेयर किया, जिसमें उनकी रिकवरी प्रक्रिया दिखाई गई है, जहां उन्होंने बीसीसीआई और फैंस से इंटरनेशनल लेवल पर वापसी करने में विफल रहने के लिए माफी मांगी और वादा किया कि वह जल्द ही वापस आ जाएंगे।
उन्होंने लिखा, "मैं अपनी गेंदबाजी फिटनेस को लेकर लगातार प्रयास कर रहा हूं और दिन-ब-दिन बेहतर होता जा रहा हूं। मैच के लिए तैयार होने और घरेलू रेड बॉल क्रिकेट खेलने के लिए कड़ी मेहनत करना जारी रखूंगा। सभी क्रिकेट फैंस और बीसीसीआई से माफी चाहता हूं, लेकिन बहुत जल्द मैं रेड बॉल क्रिकेट खेलने के लिए तैयार हूं, आप सभी को प्यार।"