
पिछला एक बरस भारतीय स्टार बल्लेबाज श्रेयस अय्यर के लिए काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। वनडे वर्ल्ड कप के बाद बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेट नहीं खेलने को लेकर गाज गिराते हुए अय्यर को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया था। उसके बाद अय्यर ने कोलकाता नाइट राइडर्स को आईपीएल 2024 में चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई लेकिन उसके बावजूद टीम ने उनको रिटेन नहीं किया। लेकिन हाल ही में अय्यर ने भारत को चैंपियंस ट्रॉफी जीताने में अहम योगदान दिया। जिसके चलते इंडियन कप्तान रोहित शर्मा ने उन्हें साइलेंट हीरो कहा। इस बीच आईपीएल 2025 से पहले अय्यर ने केकेआर को खिताब जीताने के बावजूद उनको पर्याप्त पहचान नहीं मिलने की बात स्वीकारी है।
चैंपियंस ट्रॉफी के बाद केकेआर छोड़ने को लेकर सामने आया अय्यर का बयान
आईपीएल 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स को खिताब जीताने वाले कप्तान श्रेयस अय्यर को मेगा ऑक्शन में पंजाब किंग्स ने 26.75 करोड़ को मोटी कीमत पर अपनी टीम में शामिल किया है। साथ ही आईपीएल 2025 में पंजाब किंग्स की अगुवाई की अहम जिम्मेदारी अय्यर को सौंपी है। इस बीच हाल ही में भारत को चैंपियंस ट्रॉफी में खिताब जीताने में अहम योगदान देने वाले स्टार बल्लेबाज अय्यर ने आईपीएल 2025 से फौरन पहले टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए पिछले साल आईपीएल खिताब जीताने के बाद पर्याप्त पहचान नहीं मिलने को लेकर बड़ा बयान दिया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए अय्यर ने कहा है कि उन्होंने कहा " सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने पर निराशा तो नहीं थी क्योंकि मैं आईपीएल खेल रहा था। मेरा पूरा फोकस आईपीएल जीतने पर था और शुक्र है कि मैंने इसे जीता। मुझे पर्सनली लगा कि मुझे वह पहचान नहीं मिली जो मैं आईपीएल जीतने के बाद चाहता था, लेकिन आखिर में आपको आत्मनिर्भरत होना पड़ता है। आप सही चीजें करते रहते हैं जब कोई नहीं देख रहा होता है, यह अधिक महत्वपूर्ण है और यही मैं करता रहा।"
गौरतलब है कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारत की जीत के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने अय्यर को टीम का 'साइलेंट हीरो' कहा। इस पर बोलते हुए, क्रिकेटर ने कहा कि कभी-कभी उनके योगदान पर किसी का ध्यान नहीं जाता है, लेकिन फिर भी, वह मेगा टूर्नामेंट के दौरान किए गए प्रयास से खुश थे।
उन्होंने कहा, "जब मैं पहचान के बारे में बात करता हूं, तो यह उस सम्मान को प्राप्त करने के बारे में है। यह मैदान पर मेरे द्वारा किए गए प्रयासों के सम्मान के बारे में था। मुझे लगता है कि कभी-कभी यह किसी का ध्यान नहीं जाता है, लेकिन मेरे प्रयासों से बेहद संतुष्ट हो जाता है। दुबई की पिच बल्लेबाजी के लिए आसान नहीं थी। सिंगल्स लेना आसान नहीं था, जब गेंदबाज इतनी कसकर गेंदबाजी कर रहे थे। मुझे बस अपने आप में विश्वास था कि एक बार जब मैं यहां या वहां दो छक्के लगा लेता हूं, तो मैं अपनी तरफ मैच का रूख बदल सकता हूं। सौभाग्य से मुझे वे महत्वपूर्ण समय पर मिले।"