digvesh x abhishek

आईपीएल 2025 का 61वां मुकाबला लखनऊ सुपर जायंट्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच 19 मई की शाम को खेला गया। खेले गए इस मुकाबले में लखनऊ के स्टार स्पिनर दिग्वेश राठी एक बार फिर विरोधी टीमों के बल्लेबाज अभिषेक शर्मा को सेंड ऑफ दिखाते हुए बहस करते नजर आए। ऐसे में बार बार नियम तोड़ने के चलते बीसीसीआई ने दिग्वेश राठी के खिलाफ कड़ा एक्शन लेते हुए एक मैच के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। 

दिग्वेश राठी के खिलाफ बार बार नियम तोड़ने के बाद बीसीसीआई का कड़ा एक्शन 

इकाना स्टेडियम में लखनऊ और हैदराबाद के बीच खेले गए आईपीएल मुकाबले में 20 गेंदों पर 59 रनों की तोबड़तोड़ पारी खेलने वाला हैदराबाद के सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा को शार्दुल ठाकुर के हाथों कैच कराने के बाद लखनऊ के स्टार स्पिनर दिग्वेश राठी ने हैदराबाद के इस बल्लेबाज को सेंड ऑफ का इशारा करते हुए बाहर जाने को कहा। साथ ही अपना फेमस नोटबुक सेलिब्रेशन करते नजर आए। हालांकि इस दौरान अभिषेक शर्मा भी पीछे नहीं रहे और दिग्वेश राठी से बहस करने लगे। 

ऐसे में बीसीसीआई ने लगातार नियम तोड़ने के चलते दिग्वेश राठी के खिलाफ कड़ा एक्शन लेते हुए उन्हें आईपीएल आचार संहिता के उल्लंघन के लिए कड़ी सजा सुना दी। आईपीएल ने बयान जारी करते हुए कहा कि "दिग्वेश राठी पर आचार संहिता के उल्लंघन के लिए मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। इस सीजन में अनुच्छेद 2.5 के तहत यह उनका तीसरा लेवल 1 अपराध था और इसलिए, उन्होंने दो डिमेरिट अंक जमा किए हैं, इसके अलावा उन्होंने पहले तीन डिमेरिट अंक जमा किए थे। 

01 अप्रैल 2025 को पंजाब किंग्स के खिलाफ एक डिमेरिट अंक और 04 अप्रैल 2025 को मुंबई इंडियंस के खिलाफ दो डिमेरिट अंक। चूंकि अब उनके पास इस सीजन में पांच डिमेरिट अंक हैं - जिसके परिणामस्वरूप एक मैच के लिए प्रतिबंधित किया जाता है। ऐसे में दिग्वेश अब एलएसजी के अगले गेम - 22 मई, 2025 को अहमदाबाद में गुजरात टाइटन्स के खिलाफ खेले जाने वाले मैच में नहीं खेल पाएंगे।" 

अभिषेक शर्मा को भी मिली सजा 

मैच में दिग्वेश से बहस करने वाले हैदराबाद के ऑलराउंडर अभिषेक शर्मा पर लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मैच के दौरान आईपीएल आचार संहिता के उल्लंघन के लिए मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। यह इस सीजन में अनुच्छेद 2.6 के तहत उनका पहला लेवल 1 अपराध था और इसलिए, उन्होंने एक डिमेरिट अंक दिया गया है। आचार संहिता के लेवल 1 उल्लंघन के लिए, मैच रेफरी का निर्णय अंतिम और बाध्यकारी है।