अनंतपुर के रूरल डेवलपमेंट ट्रस्ट स्टेडियम में दलीप ट्रॉफी का छठा और आखिरी मुकाबला टेबल टॉपर भारत ए और भारत सी के बीच खेला गया। खेले गए इस मुकाबले के चौथे दिन भारत ए ने भारत सी को 132 रनों से मुकाबला हराते हुए दलीप ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया। भारत ए की ओर से शाश्वत रावत ने बेहतरीन शतकीय पारी खेलकर टीम को खिताब जीताने में अहम योगदान दिया।
भारती सी को हराकर भारत ए ने जीता दलीप ट्रॉफी खिताब
खेले गए इस खिताबी मुकाबले के चौथे दिन भारत ए ने इंडिया सी को 132 रन से हराकर खिताब अपने नाम किया। शाश्वत रावत को पहली पारी में एक बेहतरीन शतक बनाने और भारत ए के लिए दूसरी पारी में अर्धशतक पारी के लिए मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड दिया गया। उनकी इस पारी ने टीम को दलीप ट्रॉफी पॉइंट्स टेबल में 12 अंकों के साथ टॉप स्थान पर पहुंचने और खिताब जीताने में अहम योगदान दिया।
मैच की बात करें तो टॉस जीतने के बाद, भारत सी के कप्तान रुतुराज गायकवाड़ ने भारत ए को पहले बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किया। भारत सी के गेंदबाजों ने 90.5 ओवरों में भारत ए को महज 297 तक रोक कर कप्तान के फैसले को सही साबित किया। हालांकि भारत ए के टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों में से कोई भी दोहरे अंक का आंकड़ा पार नहीं कर सका। हालांकि मीडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करने आए शाश्वत रावत (250 में 124), अवेश खान (68 में नाबाद 51) और शम्स मुलानी (76 में 44) ने बढ़िया पारियां खेलकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया।
प्रसिद्ध कृष्णा और तनुश कोटियन की घातक गेंदबाजी के सामने संघर्ष करते नजर आए भारत सी के बल्लेबाज
जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंडिया सी की पहली पारी एक अच्छी थी। पहली पारी भारत सी लक्ष्य के करीब आ गए थे, लेकिन 71 ओवरों में 234 रन तक सीमित थे, जिसमें अवेश खान और आकिब खान के लिए तीन-तीन विकेट थे, इसके बावजूद अभिषेक पोरेल के नौ चौकों के साथ 124 गेंदों में 82 रन बनाए। पहली पारी में 63 रनों की बढ़त के साथ, भारत ए ने रियान पराग और शाश्वत रावत जैसे बल्लेबाजों के साथ 50 से अधिक रन बनाए, जबकि कुशाग्र ने 57 गेंदों में 42 रन बनाए।
भारत ए ने अपनी दूसरी पारी 286/8 पर घोषित कर दी और दलीप ट्रॉफी 2024 मैच की अंतिम पारी में इंडिया सी को 349 रनों का विशाल लक्ष्य जीत के लिए दिया। साई सुदर्शन ने इंडिया सी की ओर से शतकीय पारी खेलकर उनकी उम्मीदों को जिंदा रखा, लेकिन प्रसिद्ध कृष्णा और तनुश कोटियन ने आकिब खान के दो विकेट और शम्स मुलानी के एक विकेट लेकर भारत सी को महज 217 रन पर आउट करके भारत ए को 132 रनों से खिताब जीताने में अहम योगदान दिया।