मेजबान भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला गया। मैच में न्यूजीलैंड ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मेजबान टीम को 113 रनों से हरा दिया। 12 सालों बाद किसी टीम ने भारतीय सरजमी पर सीरीज अपने नाम की है। इस जीत के साथ कीवी टीम ने सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। न्यूजीलैंड की ओर से स्टार स्पिनर मिचेल सैंटनर ने सर्वाधिक 13 विकेट चटकाये।
मेजबान भारत को हरा कीवी टीम ने सीरीज में बनाई अयेज बढ़त
बेंगलुरु टेस्ट में भारत के खिलाफ 8 विकेट से जीत दर्ज करने वाली कीवी टीम ने पुणे टेस्ट में भी मेजबान भारत को 120 रनों से हारकर सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 259 रन बोर्ड पर लगाए। इस दौरान सलामी बल्लेबाज डेविड कोनवे और रचिन रवींद्र ने क्रमश: 76 और 65 रनों का योगदान दिया।
भारत की ओर से वॉशिंगटन सुंदर ने 7 विकेट अपने नाम किए। वहीं इसके जवाब में भारतीय टीम 45.3 ओवरों में 156 रनों पर सिमट गई। जडेजा 38 रन बनाकर टॉप स्कोरर रहे। न्यूजीलैंड के स्टार स्पिनर मिचेल सैंटनर ने 7 विकेट हासिल करते हुए अपना बेहतरीन टेस्ट प्रदर्शन रिकॉर्ड बुक में दर्ज कराने में कामयाब रहे। 103 रनों की भारी बढ़त के साथ दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी कीवी टीम ने कप्तान टॉम लैथम की 86 रनों की शानदार पारी की मदद से 255 रन बोर्ड पर लगाने में कामयाब रही। इसके साथ कीवी टीम ने भारत के सामने जीत के लिए 359 रनों का विशाल लक्ष्य रखा।
हालांकि भारतीय टीम ने शुरुआत शानदार रही। कप्तान रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ने पहले विकेट के लिए 34 रन जोड़े। हालांकि कप्तान रोहित शर्मा 8 रन बनाकर मिचेल सैंटनर के शिकार हुए। इसके बाद दूसरे छोर पर खड़े जायसवाल ने 65 गेंदों पर 77 रनों की पारी खेलकर भारत की उम्मीदों को जिंदा रखा। हालांकि जयसवाल के अलावा कोई भी भारतीय बल्लेबाज बड़ा योगदान देने में नाकाम रहा। जिसके चलते भारत को 113 रनों से हार का सामना करना पड़ा।
12 साल बाद भारत ने घर पर हारी सीरीज
भारत को आखिरी बार इंग्लैंड के खिलाफ 2012 में खेली गई चार मैचों की सीरीज में 2-1 से जीतने में कामयाब रही थी। उसके बाद से भारत ने लगातार 18 सीरीज में जीत दर्ज की। हालांकि न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ तीन मैचों की जारी सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बनाकर भारत के जीत के रथ को थाम दिया।