
भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन काफी समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। हालांकि 11 अक्टूबर से शुरु होने वाले रणजी ट्रॉफी सीजन से पहले किशन अपने गृह राज्य झारखंड की टीम में बतौर कप्तान वापसी करने में कामयाब रहे हैं। किशन ने पिछले साल एक भी रणजी मैच नहीं खेला था। इसके कारण BCCI और इनके बीच विवाद भी हुआ था।
रणजी ट्रॉफी में झारखंड की कप्तानी करेंगे ईशान किशन
हालांकि रणजी ट्रॉफी के लिए चुने जाने से पहले ईशान किशन बुची बाबु टूर्नामेंट के दौरान भी झारखंड की कप्तानी करते नज़र आए थे। इस दौरान उन्होंने मध्यप्रदेश के ख़िलाफ़ एक बेहतरीन शतक भी लगाया था। उस पारी में उन्होंने 107 गेंदों में 114 रन बनाए थे। इसके बाद किशन का चयन दलीप ट्रॉफी के लिए हुआ। हालांकि चोट के कारण वह पहले राउंड में हिस्सा नहीं ले पाए थे। दूसरे राउंड के दौरान किशन इंडिया सी की टीम की तरफ से हिस्सा लिया और अपनी पहली ही पारी में उन्होंने इंडिया बी के खिलाफ 111 रनों की बेहतरीन पारी खेली। इसके बाद ईरानी कप में वह रेस्ट ऑफ इंडिया टीम का हिस्सा थे।
किशन के लिए यह घरेलू सीजन काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। 2023-24 के साउथ अफ्रीका दौरे के लिए किशन को टेस्ट टीम में चुना गया था, लेकिन उन्होंने मानसिक थकान का हवाला देते हुए खुद को टीम से रिलीज करने का अनुरोध किया था। इसके बाद से इनकी टीम इंडिया में वापसी नहीं हो सकी।
इस बीच झारखंड चयन समिति के अध्यक्ष सुब्रतो दास ने कहा, "ईशान किशन को हमने अपनी टीम का कप्तान बनाने का फ़ैसला किया है। किशन एक अनुभवी खिलाड़ी हैं और उनके पास अंतरराष्ट्रीय स्तर का अनुभव है। हमने जिस टीम का चयन किया है, वह बहुत ही युवा है।
पिछले सीज़न में सौरभ तिवारी, शाहबाज़ नदीम और वरुण एरन ने संन्यास ले लिया था, ऐसे में हमें अपनी रणनीति के बारे में काफ़ी कुछ सोचना पड़ा। किशन इससे पहले भी झारखंड टीम की कप्तानी की है। 2018-19 के दौरान उन्हें झारखंड के टीम की कमान सौंपी गई थी।