भारत और बांग्लादेश की बीच दो टेस्ट मैच सीरीज का आखिरी टेस्ट कानुपर के ग्रीन पार्क क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा। 27 सितंबर से शुरु होने जा रहे इस मुकाबले के लिए दोनों टीमें कानपुर पहुंच चुकी हैं। हालांकि इस मुकाबले से पहले भारतीय टीम में मध्यक्रम बल्लेबाज केएल राहुल के लगातार फेल होने के कारण उनके भविष्य को लेकर कई सवाल किए जा रहे हैं।
इसके साथ ही माना जा रहा है कि कानपुर टेस्ट में केएल राहुल प्रदर्शन नहीं कर सकते तो उनको आगे मौका मिलना मुश्किल है। उनके पीछे सरफराज खान और ध्रुव जुरेल जैसे युवा खिलाड़ी डगआउट में बैठे हैं। ऐसे में हम इस आर्टिकल में केएल राहुल के आकंड़ों के बारे में बात करते हुए उनके भविष्य के बारे में स्पष्टा देने की कोशिश करेंगे।
केएल राहुल की निरंतरता में लगातार कमी
दरअसल 32 वर्षिय भारतीय क्रिकेटर केएल राहुल शानदार बल्लेबाजों में से एक हैं। पिछले 10 सालों से भारतीय टीम का हिस्सा बने होने के बावजूद, केएल राहुल सभी फॉर्मेट में निरंतरता के मामले में फैंस की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरे हैं, खासकर टेस्ट क्रिकेट में, जहां 2014 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू करने के बाद 51 मैचों में उनका औसत सिर्फ 34.12 है।
पिछले एक दशक में, केएल राहुल लगातार खराब फॉर्म और फिटनेस के मुद्दों के चलते भारतीय टीम में अंदर बाहर होते रहे हैं। 2023 की शुरुआत के बाद से, उन्होंने केवल छह टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 10 पारियों में 33 के औसत से 297 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है, जबकि उनका स्ट्राइक-रेट 40 के करीब है।
केएल राहुल पिछले कुछ सालों से फॉर्म और फिटनेस से जूझते नजर आए
इस साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ घर पर पांच टेस्ट मैचों में से चार में केएल राहुल में गैरमौजूद रहे। उनकी गैरमौजूदगी में सरफराज खान ने दोनों हाथों से अपना मौका लपका, और केवल पांच पारियों में से तीन में अर्धशतक जड़कर अपना नाम मध्य क्रम बल्लेबाज के तौर पर मजबूती से रखा। हालांकि भारतीय चयनकर्ताओं ने चेन्नई टेस्ट में युवा सरफराज खान की जगह राहुल के अनुभव को प्राथमिकता दी, जिसे भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ 280 रनों से जीत लिया।
इस सीरीज के पहले मैच में केएल राहुल चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में 52 गेंदों में एक चौके के साथ 16 रन बनाकर आउट हो गए। हालांकिदूसरी पारी में केएल राहुल के पास तेजी से रन बनाने का मौका था, जिसमें भारत जल्दी पारी घोषित करना चाहता था।
ऐसे में माना जा सकता है कि अगर केएल राहुल जल्द ही अपनी निरंतरता नहीं ढूंढ पाते हैं। तो आने वाली सीरीज में राहुल की जगह सरफराज खान ले सकते हैं। ऐसे में अगले चार टेस्ट मैचों में केएल राहुल का प्रदर्शन उनके आगामी पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट (BGT) सीरीज के लिए टीम में चुने जाने के नजरिए से काफी अहम रहने वाले हैं।