
मेजबान भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टी-20 सीरीज का चौथा मुकाबला पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला गया। खेले गए इस मुकाबले में भारत ने 15 रनों से इंग्लैंड को मैच हराकर सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त बना ली है। इस मैच के दौरान लिया गया एक फैसला काफी सुर्खियों में बना हुआ है। दरअसल भारत ने शिवम दुबे के सिर पर बॉल लगने के बाद हर्षित राणा को कन्कशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर टीम में शामिल किया। इसको लेकर इंग्लिश कप्तान जोस बटलर ने नाराजगी जाहिर की।
कन्कशन के तौर पर हर्षित राणा को टीम में शामिल किए जाने पर नाखुश नजर आए बटलर
भारत और इंग्लैंड के बीच पुणे में सीरीज का चौथा टी-20 मुकाबला खेला गया। खेले गए इस मुकाबले में इंग्लिश कप्तान ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। भारत की खराब शुरुआत के बाद हार्दिक पांड्या ने शिवम दुबे के साथ मिलकर भारत की लड़खड़ाती पारी को संभाला। दोनों ने अर्धशतकीय पारियां खेली। हालांकि मैच के दौरान शिवम दुबे के सिर में गेंद लगी। जिसके चलते उनकी जगह तेज गेंदबाज हर्षित राणा को बतौर कन्कशन सब्स्टीट्यूट टीम में शामिल किया गया।
ऐसे में बतौर सब्सीट्यूट टीम में आए हर्षित राणा ने कमाल की गेंदबाजी करते हुए अपने 4 ओवरों के स्पेल में 33 रन देकर 3 विकेट चटकाए। और भारत की मैच के साथ-साथ सीरीज जीतने में अहम भूमिका निभाई। हालांकि मैच के बाद मीडिया से बात करते हुए इंग्लिश कप्तान जोस बटलर ने भारत के इस फैसले से असहमती जताते हुए सनसनीखेज बयान दिया।
बटलर ने कहा "यह लाइक टू लाइक रिप्लेसमेंट नहीं है। हम इससे सहमत नहीं हैं। या तो शिवम दुबे ने गेंद के साथ लगभग 25 मील प्रति घंटे की गति बढ़ाई है या फिर हर्षित ने वास्तव में अपनी बल्लेबाजी में सुधार किया है। यह खेल का हिस्सा है, और हमें वास्तव में मैच जीतना चाहिए था, लेकिन हम इस निर्णय से असहमत हैं।"
गौरतलब है कि इससे पहले भी भारत ने 2020 में युजवेंद्र चहल को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रवींद्र जड़ेजा की जगह कन्कशन सब्स्टीट्यूट शामिल किया था। उस मुकाबले में भी चहल ने तीन विकेट चटकाकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।