
Courtesy: BCCI/IPL
आज से ठीक 15 बरस पहले आज ही के दिन यानी 25 अप्रैल 2010 को मुंबई के डॉ डीवाई स्पोर्ट्स एकेडमी में आईपीएल 2010 का फाइनल मुकाबले मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेला गया। इस मुकाबले चेन्नई सुपर किंग्स ने मुंबई को 22 रनों से हारकर अपना पहला आईपीएल खिताब जीता था। इस मुकाबले में सुरेश रैना ने शानदार अर्धशतकीय पारी खेली थी।
मुंबई को हराकर चेन्नई ने जीता पहला आईपीएल खिताब
मुंबई के डॉ डीवाई स्पोर्ट्स एकेडमी में खेले गए रोमांचक मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स ने निर्धारित ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 168 रन बोर्ड पर लगाए। इस मुकाबले में सुरेश रैना ने 35 गेंदों का सामना करते हुए 57 रनों की पारी खेली। जिसमें 3 चौके और 3 छक्के शामिल थे। इनके अलावा आखिरी ओवरों में एमएस धोनी और एलबी मोर्कल ने छोटे लेकिन अहम पारियां खेलते हुए टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया। दोनों ने क्रमश: 15 गेंदों में 22 रन और 6 गेंदों में 15 रनों विस्फोटक पारियां खेली थी।
जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई की शुरुआत निराशाजनक रही। टीम के पहले ही सलामी बल्लेबाज शिखर धवन बिना खाता खोले डग बोलिंगर की गेंद पर विकेट के पिछा धोनी को कैच थमा बेठे। हालांकि इसके बाद सचिन तेंदुलकर ने अभिषेक नायर के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 66 रनों की साझेदारी की। हालांकि नायर 27 और सचिन तेंदुलकर 48 रन बनाकर चलते बने।
उसके बाद तीसरे पायदान पर बल्लेबाजी करने आए हरभजन सिंह 1 रन बनाकर रैना का शिकार हुए। ऐसे में एक समय 67 रनों के स्कोर पर अपना पहला विकेंट गवाकर मजबूत स्थिति में नजर आ रही मुंबई टीम एकाएक 146 रनों पर ऑलआउट हो गई। मध्यक्रम में अंबाती रायडू और किरोन पोलार्ड को छोड़कर कोई बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सका। दोनों बल्लेबाजों ने 21 और 27 रनों की पारी खेली। वहीं चेन्नई सुपर किंग्स के शदाब जकाती ने सर्वाधिक 2 विकेट चटकाए। उनके अलावा बोलिंगर, मोर्कल, मुरलीधरन और सुरेश रैना के हिस्से 1-1 विकेट आए। ऐसे में 22 रनों से खिताब जीतने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स ने अगले सीजन में भी अपने खिताब का बचाव किया।