
एक समय था जब क्रिकेट जगत में वेस्टइंडीज का राज था। उस समय कैरेबियन टीम में एक से बढ़कर एक दिग्गज क्रिकेटर मौजूद थे। उन्हीं में से एक गैरी सोबर्स जिनका जन्म आज से 88 साल पहले बारबाडोस में हुआ था। 28 जुलाई 1936 को बारबाडोस में जन्में गैरी सोबर्स ने अपने क्रिकेट करियर में कई ऐतिहासिक कारनामें करके दुनिया को अपना लौहा मनवाया था।
दुनिया के महान ऑलराउंडर ने पहले टेस्ट मुकाबले में बना दिया था वर्ल्ड रिकॉर्ड
गैरी सोबर्स का पूरा नाम गैरीफील्ड सेंट ऑबर्न सोबर्स है। उनका जन्म 28 जुलाई 1936 में शेमोंट और थेलमा सोबर्स के घर बारबाडोस के ब्रिजटाउन में हुआ है। वो अपने 6 माता -पिता के 5वीं संतान थे। साल 1942 में समुद्र में उनके पिता की नाव एक जर्मन यू- बोट से टकरा गई जिसके बाद उनकी मौत हो गई। तब सोबर्स की उम्र 5 साल थी। उसके बाद क्रिकेट को करियर बनाने वाले सोबर्स ने महज 21 वर्ष की उम्र में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू किया।
1957-58 में किंग्स्टन में पाकिस्तान के खिलाप अपने पहले ही टेस्ट मुकाबले में गैरी सोबर्स ने 365 रनों की नाबाद पारी खेलकर इतिहास रच दिया। उनका यह अद्भुत रिकॉर्ड अगले 36 बरसों तक कायम रहा। जब तक ब्रायन लारा ने उसे नहीं तोड़ा। इसके अलावा गैरी सोबर्स ने लगभग अकेले अपने दम पर इंग्लैंड के खिलाफ 1966 में खेली गई सीरीज में वेस्टइंडीज को जीत दर्ज करवाने में मदद की।
हालांकि एक बेहतरीन बल्लेबाज के अलावा गैरी सोबर्स घातक गेंदबाज भी थे। जिसके चलते उनकी गिनती क्रिकेट इतिहास के महानत्तम ऑलराउंडरों में होती रही है। सोबर्स ने 1974 में क्रिकेट को अलविदा कहने से पहले 93 टेस्ट मुकाबलों में 8093 रन और 235 विकेट अपने नाम किए है।
खुद से काट ली थी अपनी दो उंगलियां
कहा जाता है कि सोबर्स के दोनों हाथों में एक-एक ज्यादा उंगलियां थी लेकिन उन्होंने खुद से उन दोनों उंगलियों को एक तेज चाकू से काट के अलग कर दिया था।