31 अगस्त का दिन वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए काफी अहमियत रखता है। आज से करीब 80 बरस पहले आज ही के दिन यानी 31 अगस्त 1944 को वेस्टइंडीज के ब्रिटिश गुयाना में वर्ल्ड के सबसे बेहतरीन कप्तानों में से एक रहे क्लाइव लॉयड का जन्म हुआ था। लॉयड ने वेस्टइंडीज को दो लगातार वर्ल्ड कप जीताने का कारनामा कर रखा है।
क्लाइव लॉयड की कप्तानी में वेस्टइंडीज बनी थी दो बार वर्ल्ड चैंपियन
अस्सी के दशक में वेस्टइंडीज टीम का क्रिकेट जगत में अलग लेवल का दबदबा था। उस समय कैरेबियन टीम में एक से बढ़कर एक दिग्गज खिलाड़ी मौजूद थे। उन दिग्गज खिलाड़ियों में से एक रहे क्लाइव लॉयड ने अपने कप्तानी में वेस्टइंडीज को लगातार दो बार वर्ल्ड चैंपियन बनाया था। लंबे चौड़े कद वाले क्लाइव लॉयड शानदार कप्तान के साथ-साथ उस समय के बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक थे। उनके शॉट की ताकत से डर कर कई बार फील्डर अपने हाथ तक पीछें खिंच लेते थे।
1975 में खेले गए वर्ल्ड कप फाइनल में कप्तानी पारी खेलते हुए क्लाइव लॉयड ने 85 गेंदों पर 102 रनों की शानदार पारी खेलकर टीम को पहली बार चैंपियन बनाया था। इसके साथ ही वेस्टइंडीज वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली टीम बनी थी।
पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद वेस्टइंडीज टीम क्लाइव लॉयड की कप्तानी में एक बार फिर 1979 वर्ल्ड कप के भी फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही। हालांकि इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए वर्ल्ड कप फाइनल में क्लाइव लॉयड अपने बल्ले से कमाल दिखाने में नाकाम रहे। इस बार उनकी जगह विव रिचर्डस ने 157 गेंदों में 138 रनों की शानदार शतकीय पारी खेलकर कैरेबियन टीम को लगातार दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनाया।
यहीं नहीं इसके बाद 1983 में भी वेस्टइंडीज टीम वर्ल्ड कप फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही। हालांकि कपिल देव की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने इतिहास रचते हुए पहली बार खिताब अपने नाम किया। और वेस्टइंडीज लगातार तीसरी बार खिताब जीतने से चूक गई।
वेस्टइंडीज के लिए 110 टेस्ट मैचों में प्रतिनिधित्व करने वाले लॉयड ने 7515 रन बनाए। जिनमें 19 शतक और 39 अर्धशतक शामिल थे। इसके साथ ही लॉयड ने 87 वनडे मुकाबलों में 1977 रन बनाए।