sanath jayasuriya 1996

दुनिया के शानदार क्रिकेटरों में शुमार श्रीलंका के पूर्व दिग्गज सनथ जयसूर्या आज यानी 30 जून 2024 को 55 साल के हो गए हैं।  हालांकि जयसूर्या ने अपना करियर एक स्पिनर के तौर पर शुरू किया था। उन्हें तब टीम में एक कामचलाऊ बल्लेबाज और स्पिनर के तौर पर ही इस्तेमाल किया जाता था लेकिन एक मौका और उन्होंने खुद को बखूबी साबित किया। देखते ही देखते उनकी गिनती अपने जमाने के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में होने लगी। 1996 वर्ल्ड कप में तो उन्होंने खूब धमाल मचाया और उनकी टीम वर्ल्ड चैंपियन भी बनी। 

स्पिनर से बने धमाकेदार सलामी बल्लेबाज 

सनथ जयसूर्या को शुरुआत में एक कामचलाऊ बल्लेबाज और गेंदबाज के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था। शायद उनकी प्रतिभा से कोई अच्छी तरह वाकिफ नहीं था। फिर साल 1996 में उन्हें ओपनर बना दिया गया और फिर तो ना सिर्फ उनकी बल्कि श्रीलंकाई टीम की और पूरे वर्ल्ड क्रिकेट की किस्मत ही जैसे बदल गई। जयसूर्या के करियर के इस एक बदलाव ने उन्हें गेंदबाज से महान ओपनरों की लिस्ट में ला खड़ा किया। 

जयसूर्या ने 1988 में खेले गए अंडर-19 वर्ल्ड कप में श्रीलंकाई टीम का प्रतिनिधित्व किया था। फिर उन्हें पाकिस्तान दौरे के लिए श्रीलंका की बी टीम में चुना गया। पाकिस्तान जाकर उन्होंने 2 धमाकेदार दोहरे शतक ठोके और जयसूर्या को श्रीलंकाई टीम में एंट्री मिली। साल 1989 में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने वनडे के जरिए अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया. वह पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी को उतरे और महज 3 रन बनाकर आउट हो गए। 

हालांकि शानदार शुरुआत के बावजूद एक ऐसा दौर आया जब जयसूर्या एक अर्धशतक के लिए तरस गए। यह सिलसिला करीब चार साल तक चला। इस दौरान जयसूर्या ने 33 पारियां खेली, लेकिन एक भी अर्धशतक लगाने में नाकाम रहे। हालांकि जयसूर्या के करियर का अंत एक ्अच्छी मोड़ पर हुआ। जयसूर्या ने 445 वनडे मुकाबलों में 13430 रन बनाकर क्रिकेट को अलविदा कहा।