करीब 39 बरस पहले आज ही के दिन यानी 23 सितंबर 1985 को आंध्र प्रदेश के गुंटूर में जन्में अंबाती रायडू ने घरेलू क्रिकेट में झंडे गाड़ने के बाद भारतीय टीम में जगह बनाई। हालांकि रायडू का इंटरनेशनल क्रिकेट करियर उनके शानदार प्रदर्शन के बावजूद विवादों के चलते सुर्खियों में रहा। ऐसी ही एक विवाद के चलते गुस्से में रायडू ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।
डेब्यू के महज छह साल बाद ही गुस्से में क्रिकेट से लिया संन्यास
घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बावजूद अंबाती रायडू को 27 साल की उम्र में भारत के लिए डेब्यू करने का मौका मिला। राडयू ने 24 जुलाई 2013 को जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में अपना अंतरारष्ट्रीय डेब्यू किया था। खेले गए इस मुकाबले में वह 84 गेंदों पर 63 रन बनाकर नाबाद रहे थे। हालांकि इसके बाद रायडू भारतीय टीम से अंदर बाहर होते रहे। उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 8 मार्च 2019 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था।
रायडू अपने गुस्से के लिए भारतीय क्रिकेट जगत में जाने जाते रहे हैं। ऐसा ही कुछ वनडे वर्ल्ड कप 2019 से पहले देखने को मिला।दरअसल उस वर्ल्ड कप से पहले रायडु को चौथे नंबर के बल्लेबाज का बड़ा दावेदार माना जा रहा था। हालांकि जब टीम का चयन हुआ तो उनकी जगह ऑलराउंडर विजय शंकर को मौका दिया गया। रायडू काफी नाराज हुए थे और उन्होंने सीएसके प्रसाद को निशाने पर लेते हुए ट्वीट भी किया था। इस पूरे मामले के बाद उन्होंने 3 जुलाई 2019 को रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था।
ऐसा रहा अंबाती रायडू का इंटरनेशनल करियर
डेब्यू के महज छह साल बाद क्रिकेट को अलविदा कहने वाले अंबाती रायडू ने भारत के लिए कुल 55 वनडे मुकाबले खेले हैं। जिनमें 47.05 की शानदार औसत से 1694 रन बनाए। इस दौरान रायडू ने तीन शतकीय और 10 अर्धशतकीय पारियां खेली। वहीं भारत के लिए खेले गए छह टी20आई मुकाबलों में रायडू के बल्ले से महज 42 रन निकले। हालांकि इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद रायडू कई सालों तक आईपीएल में खेलते रहे। रायडू ने 204 मुकाबलों में 28.23 की औसत से 4348 रन बनाए थे।