आज से 32 बरस पहले आज ही के दिन यानी 5 जनवरी 1993 को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में मेजबान ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए सीरीज के तीसरे टेस्ट मुकाबले में दिग्गज कैरेबियन बल्लेबाज ब्रायन लारा ने अपने करियर का पहला टेस्ट शतक जड़कर वर्ल्ड क्रिकेट में अपने आगमन संकेत दिया था। उस मुकाबले में ब्रायन लारा 277 रनों की शानदार पारी खेलकर मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम करने में कामयाब रहे थे।
ब्रायन लारा ने सिडनी में जड़ा था अपने करियर का पहला टेस्ट शतक
वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा अपने दौर के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। लारा के नाम क्रिकेट इतिहास में कई शानदार रिकॉर्ड दर्ज हैं। लारा ने अपने क्रिकेट करियर में 50 से अधिक औसत से 11 हजार से अधिक रन और 50 से अधिक औसत से बनाए हैं। हालांकि दिसंबर 1990 में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले ब्रायन लारा को अपना पहला टेस्ट शतक बनाने में दो साल से अधिक का समय का इंतजार करना पड़ा। दरअसल आज ही के दिन यानी 5 जनवरी, 1993 को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए ब्रायन लारा का पहला टेस्ट सैकड़ा आया था।
लारा ने 1993 में सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 277 रन बनाकर अपने पहले टेस्ट शतक को एक बड़े दोहरे शतक में बदल दिया। इस पारी के बाद, लारा ने 131 मैचों के अपने टेस्ट करियर में कई बड़े शतक बनाए। उस मुकाबले में मेजबान टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 9 विकट के नुकसान पर 503 रन बनाए। मेजबान टीम की ओर से स्टीव वॉ ने पांच चौकों की मदद से207 गेंदों पर 100 रन बनाए। इसके अलावा डेविड बून ने 170 गेंदों का सामना करते हुए 76 रन और मार्क वॉ ने 85 गेंदों में 57 रनों का योगदान दिया। वहीं कप्तान एलन बॉर्डर ने 180 गेंदों में 74 रनों और ग्रेग मैथ्यूज ने 200 गेंदों में 79 रन बनाए। वहीं वेस्टइंडीज के लिए, कार्ल हूपर ने विकेट लिए, जबकि कर्टली एम्ब्रोस और इयान बिशप ने दो-दो विकेट लिए, और जिमी एडम्स ने एक विकेट लिया।
ऐसे में मेजबान टीम के लक्ष्य के जवाब में ब्रायन लारा ने कप्तान रिची रिचर्डसन के साथ पारी की कमान संभाली।वेस्टइंडीज ने बोर्ड पर 606 रन बनाए, पहली पारी में 103 रनों की बढ़त ली, रिचर्डसन 253 गेंदों पर 109 रन बनाकर आउट हो गए, जबकि लारा ने 38 चौके की मदद से 372 गेंदों का सामना करते हुए 277 रन बनाए। रन आउट होने से पहले वह अपने पहले शतक और एक दोहरे शतक को तिहरे शतक में बदलने के करीब थे। उसके बाद, ऑस्ट्रेलिया ने बिना किसी नुकसान के 117 रन बनाए, जिसके चलते मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ।