आज से तकरीबन तीस बरस पहले श्रीलंका टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई हुई थी। उस दौरे पर मेलबर्न में खेले गए बॉक्सिंग डे टेस्ट में आज ही के दिन यानी 26 दिसंबर 1995 को श्रीलंकन स्टार स्पिनर मुथैया मुरलीधरन और ऑस्ट्रेलियन अंपायर डेरेल हेयर के बीच बहुत विवादित घटना हुई। जिसके चलते अंपायर ने मुरलीधरन को थ्रो बॉल फेकने के चलते 7 बार नॉ बॉल करार दिया।
बॉक्सिंग डे टेस्ट में अंपायर हेयर ने मुरलीधरन के ओवर में 7 नो बॉल दी
1995-96 में श्रीलंका टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी। उस मुकाबले का दूसरा मुकाबला बॉक्सिंग डे के दिन मेलबर्न में खेला गया था। इस मुकाबले के पहले दिन श्रीलंकन स्टार स्पिनर मुरलीधरन और अंपायर डेरेल हेयर के बीच चौंकाने वाला विवाद देखने को मिला। दरअसल 26 दिसंबर को मैच के पहले दिन जब मुरलीधरन गेंदबाजी कराने आए तो अंपायर डैरेल हेयर ने उनके ओवर में लगातार 7 नो बॉल दे डाली।
इस दौरान मुरलीधरन से लेकर पूरी श्रीलंका टीम अंपायर के इस व्यवहार से चौंक गई।हालांकि इसके बाद श्रीलंकन कप्तान रणतुंगा ने अंपायर से इस बारे में बात की और लगातार इतनी नो बॉल देने की वजह पूछी। इसपर अंपायर ने बताया कि मुरलीधरन लगातार थ्रो गेंदबाजी कर रहे हैं। जिसके चलते यह नो बॉल्स दी गई है।
दरअसल मुरलीधरन के हाथ में जन्म से ही थोड़ी दिक्कत है। जिसके चलते उनका हाथ थोड़ा ज्यादा मुड़ जाता था। ऐसे में उस समय तक मुरलीधरन 200 से ज्यादा टेस्ट विकेट चटका चुके थे। हालांकि उस दौरान एक भी बार उनकी गेंद को इस वजह से नो बॉल नहीं दी गई थी। इस घटना के बाद मुरलीधरन के साथ अंपायर के इस रवैये की चारों ओर जमकर आलोचना हुई। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान टोनी ग्रेग ने मुरलीधरन को यूं निशाना बनाए जाने पर ऑस्ट्रेलियन अंपायर की आलोचना की। वहीं ऑस्ट्रेलियन कप्तान स्टीव वॉ भी अंपायर के इस रवैये से चौंकते नजर आए।हालांकि इस घटना के बावजूद मुरलीधरन ने अपना टेस्ट करियर सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज के तौर पर खत्म किया।