
आज से 27 बरस पहले आज ही के दिन यानी 7 फरवरी 1999 को पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली के फिरोज शाह कोटला स्टेडियम पर खेले गए टेस्ट मुकाबल में भारत के पूर्व स्टार स्पिनर अनिल कुंबले ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया था। अनिल कुंबले ने दिल्ली टेस्ट की दूसरी पारी में 10 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया। ऐसे में दिग्गज लेग स्पिनर की घातक गेंदबाजी के दम पर भारत ने वसीम अकरम के कप्तानी वाली पाकिस्तान टीम को 212 रनों से हराकर सीरीज में बराबरी की थी।
अनिल कुंबले की रिकॉर्ड गेंदबाजी के चलते भारत ने जीता था दिल्ली टेस्ट
कुंबले के शानदार प्रदर्शन से पहले भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। सीरीज के नजरिए से महत्वपूर्ण इस मुकाबले में अजहरुद्दीन ने कप्तानी पारी खेलते हुए 134 गेंदों का सामना करने के बाद 67 रन बनाए। सदगोपन रमेश ने भी अपने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया, 119 गेंदों में 60 रन बनाए। हालांकि इनके अलावा बाकी भारतीय बल्लेबाजों ने सकलैन मुश्ताक की गेंदबाजी के आगे घुटने टेक दिए और 252 के स्कोर पर सिमट गई। पाकिस्तान के स्टार स्पिनर ने पांच विकेट लिए। जवाब में पाकिस्तान पहली पारी में भारत के स्पिन आक्रमण के सामने संघर्ष करते नजर आई। कुंबले ने हरभजन सिंह के साथ मिलकर चिर प्रतिद्वंद्वी को 172 रनों के स्कोर पर समेट दिया। दोनों गेंदबाजों ने एक साथ सात विकेट लिए जिससे उनकी टीम को प्रतियोगिता पर नियंत्रण रखने में मदद मिली। दूसरी पारी में रमेश ने 227 गेंदों में 96 रन और सौरव गांगुली ने127 गेंदों में 62 रन बनाकर भारत को 339 रन बनाने में मदद की।
ऐसे में भारत से मिले 420 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान पारी को सलामी बल्लेबाजों सईद अनवर और शाहिद अफरीदी ने बढ़िया शुरुआत दी। हालांकि गेंदबाजी कराने आए कुंबले ने एक टेस्ट पारी में 10 विकेट लेकर इतिहास रच दिया। कुंबले ने अपने 26.3 ओवरों के स्पेल में 10 विकेट चटकाकर पाकिस्तान की दूसरी पारी को 207 रनों पर समेट दिया।