जिम्बाब्वे के पूर्व बल्लेबाज और अभी आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के हेड कोच एंडी फ्लावर ने आज से 24 बरस पहले आज ही के दिन यानी 18 नवंबर 2000 को भारत के खिलाफ दिल्ली में खेले गए पहले टेस्ट मुकाबले में बेहतरीन पारी खेलकर सभी को चौंका दिया था। 183 रनों की शानदार पारी खेलते हुए इस पूर्व दिग्गज ने क्रिकेट जगत में अपना लोहा मनवाया।
भारत के खिलाफ शानदार पारी खेलकर बने दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज
एंडी फ़्लावर ने साल 2000 के अंत में यानी 18 नवंबर को दिल्ली में खेले गए टेस्ट मुकाबले में मेजबान भारत के ख़िलाफ नाबाद 183 रन बनाकर इतिहास रच दिया था। यह टेस्ट विकेटकीपर के तौर पर उनका सर्वोच्च स्कोर है। इस मैच के दौरान फ़्लावर अपने करियर के सबसे सुनहरा दौर था। इससे पहले उन्होंने दक्षिण अफ़्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में 142 और 199* रन बनाए थे
ऐसे में अगले 13 महीनों में उन्होंने 133.27 की औसत से 1466 रन बनाए, जिसमें पांच शतक और सात अर्द्धशतक शामिल थी। इस शानदार प्रदर्शन के चलते फ्लावर ने साल का अंत पीडब्ल्यूसी रेटिंग में दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज के रूप में किया, लेकिन 2002 में अपनी पहली चार पारियों में सिर्फ 20 रन बनाकर वह भी खराब फॉर्म से जूझते नजर आए।
फ्लावर के शानदार प्रदर्शन के बावजूद भारत ने जीता मैच
18 नवंबर 2000 को दिल्ली के फिरोज शाह कोटला स्टेडियम में शुरु हुए इस टेस्ट मुकाबले में जिम्बाब्वे ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। एंडी फ्लावर की 183 रनों की नाबाद पारी के दम पर जिम्बाब्वे 422 रनों पर पारी घोषित कर दी।
जिसके जवाब में भारत ने राहुल द्रविड़ की नाबाद दोहरी शतकीय पारी (200 रन) और सचिन तेंदलुकर की शतकीय पारी (122 रन) के दम पर जवाब में 458 रन जड़ दिए। हालांकि मेहमान टीम दूसरी पारी में 225 रनों पर सिमट गई। उसमें भी फ्लावर ने 70 रनों का योगदान दिया। हालांकि राहुल द्रविड़ की 70 रन और कप्तान सौरव गांगुली की 65 रनों की पारी के दम पर 3 विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल करके जीत दर्ज की।