india defeated kenya in 2003 world cup semi final

आज से ठीक 22 बरस पहले आज ही के दिन यानी 20 मार्च 2003 को सौरव गांगुली ने भारत को आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2003 के फाइनल में पहुंचाया, 2003 वर्ल्ड कप के दूसरे सेमीफाइनल में केन्या के खिलाफ बेहतरीन शतक बनाया। पहले बल्लेबाजी करते हुए गांगुली ने 114 गेंदों में 5 छक्कों और 5 चौकों की मदद से नाबाद 111 रन बनाए। उनके शतक की बदौलत भारत ने 50 ओवरों में 270 रन बोर्ड पर लगाए और अंत में 91 रनों से मैच जीत लिया। गांगुली को शानदार शतक के लिए प्लेयर ऑफ द मैच अवॉर्ड दिया गया।

गांगुली और तेंदुलकर की पार्टनरशिप भारत को जीत के करीब पहुंचाया

भारत ने लगातार पांच मैचों में चार जीत के साथ सुपर सिक्स चरण में दूसरे स्थान पर रहने के बाद, भारत ने 2023 क्रिकेट वर्ल्ड कप के दूसरे सेमीफाइनल में केन्या का सामना किया। भारत के कप्तान सौरव गांगुली ने डरबन में बड़ा टॉस जीता और गेंदबाजों के लिए थोड़ी अधिक अनुकूल पिच पर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। महान सलामी जोड़ी सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग ने टीम को अच्छी शुरुआत दी। हालांकि, पीटर ओंगोंडो सहवाग को 33 पर आउट कर दिया। फिर गांगुली सचिन के साथ बल्लेबाजी करने आते हैं।

सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर ने कठिन परिस्थितियों में शानदार बल्लेबाजी की। सचिन 17 रनों से शतक से चूक गए और 83 रन पर स्टीव टिकोलो के हाथों आउट हो गए। हालांकि, गांगुली ने अपना अटैकिंग पारी जारी रखी और 114 गेंदों में 5 छक्कों और 5 चौकों की मदद से नाबाद 111 रन बनाए। जिसकी मदद से भारत ने 50 ओवर में 4 विकेट खोकर 270 रन बनाए। थॉमस ओडोयो, पीटर ओंगोंडो और टिकोलो को एक-एक विकेट मिला।

जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी केन्या टीम के खिलाफ आशीष नेहरा और ज़हीर खान ने नई गेंद से बेहतरीन गेंदबाजी की, रवि शाह, पीटर ओंगोंडो और थॉमस ओडोयो के तीन शुरुआती विकेट लिए। कप्तान स्टीव टिकोलो ने अपने अर्धशतक जड़कर संघर्ष करते नजर आए। लेकिन तेंदुलकर ने उन्हें 56 रनों पर आउट कर दिया। हालांकि आखिर में केन्या 179 रनों पर सिमट गया और मैच 91 रनों से हार गया। जहीर खान ने 3 जबकि आशीष नेहरा और सचिन तेंदुलकर ने 2-2 विकेट लिए। जवागल श्रीनाथ और युवराज सिंह ने भी 1-1 विकेट लिए।