
आज से ठीक 19 बरस पहले आज ही के दिन यानी 29 जनवरी 2006 को भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान ने कराची में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए टेस्ट मुकाबले में हैट्रिक लेते हुए इतिहास रचकर यह कारनामा करने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज बनने की उपलब्धि हासिल की। उनसे पहले हरभजन सिंह ने 2000-01 में यह कारनामा किया था। खेले गए इस मुकाबले के पहले ओवर की आखिरी तीन गेंदों पर, पठान ने सलमान बट, यूनिस खान और मोहम्मद यूसुफ को पवेलियन भेजकर यह कारनामा किया।
इरफान पठान ने कराची में हैट्रिक लेकर रचा इतिहास
2006 में पाकिस्तान दौरे पर गई भारतीय टीम के तेज गेंदबाज इरफान पठान ने मेजबान टीम के खिलाफ तीसरे टेस्ट के पहले ओवर में इरफान पठान की हैट्रिक लेकर भारतीय क्रिकेट इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज कराया। कराची के नेशनल स्टेडियम में खेले गए इस मैच की शुरुआत 29 जनवरी को हुई थी जिसके तीसरे दिन पठान ने एक ऐसा कारनामा किया जो उनके अलावा किसी अन्य खिलाड़ी ने अब तक कभी नहीं किया था।
दरअसल भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया था। इसके बाद द्रविड़ ने गेंद इरफान पठान के हाथ में दी। पठान की शुरुआती तीन गेंदों पर एक भी रन नहीं आया। लेकिन उसके बाद पठान ने इतिहास रच दिया। पठान के ओवर की बाहर की ओर जाती चौथी गेंद को खेलने की कोशिश में सलमान बट स्लिप में मौजूद भारतीय कप्तान के हाथों में कैच थमा बैठे। इसके बाद अगली गेंद पर पाकिस्तानी कप्तान यूनिस खान पठान की इनस्विंग गेंद के सामने संघर्ष करते नजर आए और एलबीडब्ल्यू आउठ होकर पवेलियन लौट गए।
वहीं ओवर की आखिरी गेंद पर पठान ने मोहम्मद युसूफ को बोल्ड करके इतिहास रच दिया। इसके बाद पठान ने कामरान अकमल और शोएब अख्तर को पवेलियन भेजकर मैच में अपना पांच विकेट हॉल पूरा किया। हालांकि इस इरफान पठान की शानदार गेंदबाजी के बावजूद भारत को मुकाबले में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा।