आज से 17 बरस पहले साउथ अफ्रीकी सरजमी पर खेला गया पहला T20I वर्ल्ड कप भारतीय फैंस के लिए कई मायनों में अहम रहा। दरअसल इस T20I वर्ल्ड कप के पहले संस्करण से पहले वेस्टइंडीज में बांग्लादेश के हाथों वनडे वर्ल्ड कप में मिली हार ने भारतीय फैंस समेत सीनियर खिलाड़ियों को भी तोड़ दिया। जिसके चलते T20I वर्ल्ड कप से पहले कई अहम खिलाड़ियों ने टीम इंडिया से नाम वापस ले लिया।
उनमें उस समय के कप्तान राहुल द्रविड़ समेत सचिन तेंदुलकर जैसे कई खिलाड़ी शामिल थे। हालांकि BCCI ने साउथ अफ्रीका में खेले जाने वाले T20I वर्ल्ड कप के लिए एक युवा टीम भेजने का फैसला किया। धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम में खिताब अपने नाम करके सभी को चौंका दिया था। इस टूर्नामेंट में आज ही के दिन यानी 19 सितंबर 2007 को युवराज सिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ एक ओवर में छह छक्के जड़कर ऐतिहासिक कारनामा कर दिया था।
कीवी टीम से मिली हार का गुस्सा निकला अंग्रेजों पर
2007 में टी20 वर्ल्ड कप का पहला संस्करण कई मायनों में भारतीय फैंस के लिए विशेष रहा था। दरअसल टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना पिछला मैच हारने के बाद, भारत को ग्रुप ई में अपने अगले मैच में 19 सितंबर, 2007 को डरबन में इंग्लैंड का सामना करना था। भारत को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए यह मैच हर हाल में जीतना था।
उम्मीद के मुताबिक भारतीय टीम की मुकाबले में शानदार शुरुआत रही गौतम गंभीर ने 41 में 58 रन और वीरेंद्र सहवाग ने 52 में 68) रनों की पारी खेलकर भारत को पहले विकेट के लिए 14.4 ओवर में 136 रनों की शानदार शुरुआत दी। हालांकि, भारत ने अगले दो ओवरों में तेजी से दो विकेट गंवा दिए। इसके बाद युवराज सिंह ने पारी की कमान संभाली।
युवराज सिंह ने स्टुअर्ट ब्रॉड को 19वें ओवर में जड़ छह छक्के
16.4 ओवर में 155/3 के स्कोर पर बल्लेबाजी करने आए युवराज सिंह ने पारी की दूसरी गेंद पर चौका लगाने के बाद भारतीय पारी को बड़े स्कोर तक ले जाने के लिए अपना बल्ला चलाया। इस दौरान युवी ने 18वें ओवर में एंड्रयू फ्लिंटॉफ के खिलाफ लगातार दो चौके लगाए। लगातार बाउंड्री जाने के बाद नाखुश देख फ्लिंटॉफ युवराज से उलझ गए। हालांकि फील्ड अंपायरों ने बीच बचाव किया।
एंड्रयू फ्लिंटॉफ का गुस्सा अगले ओवर में युवराज ने 19वें ओवर स्टुअर्ट ब्रॉड पर निकाला। इस ओवर में युवराज ने लगातार छह छक्के लगाकर इतिहास रचा। इसके साथ ही टी20ई में एक ओवर में छह छक्के लगाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए। वहीं इस दौरान युवराज ने सिर्फ 12 गेंदों में अपना अर्धशतक भी पूरा किया, जो उस समय T20I में सबसे तेज अर्धशतक था। युवराज सिंह के 58 (16) रनों की मदद से, भारत ने 218/4 का स्कोर बोर्ड पर लगाया। जिसका बचाव करते हुए भारतीय टीम ने 18 रनों से मैच जीत लिया।