क्रिकेट के इतिहास में ऐसा कुछ बहुत कम देखने को मिलता है जब एक टेस्ट मैच टाई में समाप्त हुआ। पांच दिनों तक चलने वाले इस मुकाबले में कैसे कोई टीम आखिर में एक रन बनाने से पहले आउट हो गई हो। हालाँकि क्रिकेट इतिहास में ऐसा पहले हो चुका है जब टेस्ट मैच ड्रॉ में समाप्त हुआ और दोनों टीमें समान स्कोर बना सकी। यह वाकया आज से 13 बरस पहले आज ही के दिन यानी 26 नवंबर को हुआ था।
क्रिकेट इतिहास का सबसे रोमांचक टेस्ट
आज से 13 बरस पहले आज ही के दिन यानी 26 नवंबर 2011 को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत और वेस्टइंडीज के बीच जारी मैच का अंत टाई पर हुआ था। उस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज ने पहली पारी में 590 रन बनाए जिसमें डेरेन ब्रेवो ने 284 गेंदों पर 17 चौकों की मदद से 166 रन बनाए। उनके अलावा एड्रियन बाराथ, क्रेग ब्रैथवेट, किर्क एडवर्ड्स और मार्लन सैमुअल्स ने भी अर्धशतक जमाए जिससे विंडीज ने 550 रन का स्कोर पार किया।
रविचंद्रन अश्विन भारतीय गेंदबाजी लाइन-अप में एक स्टार कलाकार थे, जो 5/156 के आंकड़े के साथ समाप्त हुए। इसके अलावा, वरुण आरोन ने भी तीन विकेट लिए, जबकि इशांत शर्मा और प्रज्ञान ओझा ने एक-एक विकेट लिया।
आखिरी गेंद पर रविचंद्रन अश्विन हुए रन आउट
वेस्टइंडीज के 590 रनों के जवाब में भारत की पहली पारी 482 रनों पर सिमट गई थी। रविचंद्रन अश्विन ने भी सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और विराट कोहली के अर्धशतकों के साथ 15 चौकों और दो छक्कों की मदद से 103 (118) रनों की पारी खेली। उसके बाद, वेस्टइंडीज दूसरी पारी में 134 रन पर आउट हो गया, जिसमें प्रज्ञान ओझा और अश्विन ने क्रमशः 6 विकेट और 4 विकेट लिए।
243 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, भारत ने वीरेंद्र सहवाग (65 गेंदों में 60) और विराट कोहली (114 गेंदों में 63) के साथ नियमित अंतराल पर विकेट गिरते गए। मैच रविचंद्रन अश्विन और वरुण आरोन के साथ टेस्ट मैच के अंतिम दिन के अंतिम ओवर तक चला गया। आखिरी गेंद पर जीत के लिए दो रनों की दरकार थी।अश्विन ने शॉर्ट खेलकर दो रन लेने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहे। इसके साथ, भारत बनाम वेस्टइंडीज टेस्ट मैच ड्रॉ में समाप्त हुआ और दोनों टीमों को समान अंक मिले।