on this day in 2020 saurashtra win their maiden ranji title

आज से ठीक 5 बरस पहले आज ही के दिन यानी 13 मार्च 2020 को सौराष्ट्र ने 70 साल में पहला रणजी ट्रॉफी खिताब अपने नाम किया। कप्तान जयदेव उनादकट के शानदार स्पैल ने सौराष्ट्र को पहली पारी में बढ़त दिलाई। जिसके आधार पर सौराष्ट्र को विजेता घोषित कर दिया गया। ऐसे में सोराष्ट्र ने 70 बरस में अपना पहला खिताब जीता।

बंगाल को हराकर सौराष्ट्र ने जीता 70 साल में पहला रणजी ट्रॉफी खिताब 

सौराष्ट्र ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 425 रन बनाए। उनकी और से अर्पित वसावाडा ने 287 गेंदों पर 11 चौकों की मदद से 106 रन बनाकर टीम को इस मजबूत स्कोर तक पहुंचाने में मदद की। इनके अलावा सलामी बल्लेबाज अवि बारोट और विश्वराज जडेजा ने 54 रनों का योगदान दिया। वहीं स्टार भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा, बुखार के कारण पहले दिन देर से बल्लेबाजी करने उतरे और 237 गेंदों का सामना करते हुए 66 रन जोड़े। 

जवाब में लक्ष्य का पीछा करते हुए बंगाल 381 रन बनाने में सफल रहा और 44 रन से हार गया। उनकी ओर से सुदीप चटर्जी ने 81 रन बनाए, जबकि विकेटकीपर-बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने 64 रनों का योगदान दिया। वहीं अनुस्तुप मजूमदार ने 63 रनों के साथ अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा। इन प्रयासों के बावजूद, बंगाल सौराष्ट्र के पहली पारी के कुल स्कोर को पार नहीं कर सकी और टीम 44 रनों से पिछड़ गई। 

सौराष्ट्र ने अपनी दूसरी पारी की शुरुआत 44 रनों की बढ़त के साथ शुरुआत की और  मैच ड्रॉ में समाप्त होने से पहले उन्होंने 4 विकेट के नुकसान पर 105 रन बनाए। हार्विक देसाई ने 47 रन बनाए, जबकि चिराग जानी 31 रन बनाकर नाबाद रहे। हालांकि मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ। लेकिन सौराष्ट्र ने पहली पारी की बढ़त के आधार पर अपना पहला रणजी ट्रॉफी खिताब जीता। अर्पित वासवाड़ा के शतक और चेतेश्वर पुजारा के अर्धशतक ने सौराष्ट्र के लिए इस ऐतिहासिक जीत को हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।