17 साल पहले शुरु हुए इंडियन प्रमियर लीग यानी आईपीएल के शुरुआत में किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि राजस्थना रॉयल्स टूर्नामेंट का पहला खिताब जीत सकेगी। हालांकि आज से 17 साल पहले 1 जून 2008 को राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को 3 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया था।
आखिरी गेंद पर जीता था राजस्थान ने पहला आईपीएल खिताब
दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिकेट लीग में से एक इंडियन प्रमीयर लीग का आगाज 2008 में हुआ था। लीग के पहले ही सीजन में शेन वॉर्न की कप्तानी में राजस्थान रॉयल्स ने आईपीएल खिताब जीतकर करोड़ों फैंस का दिल जीत लिया था।
चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ नवी मुंबई में खेले गए फाइनल मुकाबले में शेन वॉर्न ने टॉस जीतकर धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। चेन्नई ने पार्थिव पटेल और सुरेश रैना की क्रमश: 38 और 43 रनों की धमाकेदार पारियों के चलते 5 विकेट के नुकसान पर 163 रन बोर्ड पर लगाए। राजस्थान की ओर से यूसुफ पठान ने घातक गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 22 रन देकर तीन विकेट चटकाए। वहीं कप्तान शेन वॉर्न और सोहेल तनवीर के खाते में एक-एक सफलताएँ आई।
जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान की शुरुआत अच्छी नहीं रही। राजस्थान नियमित अंतराल में विकेट गंवाती रही। एक समय राजस्थान ने महज 42 रनों के स्कोर पर अपने तीन अमह विकेट गंवा दिए थे। हालांकि क्रिज पर मौजूद कप्तान शेन वॉटसन और यूसुफ पठान (56 रन) ने राजस्थान को लड़खड़ाती पारी को संभाले रखा। लेकिन 17वें ओवर की चौथी गेंद पर पठान रैना के शानदार थ्रो के चलते रन आउट होकर पवेलियन लौट गए। पठान के आउट होते ही राजस्थान की मुश्किलें बढ़ गई। लेकिन कप्तान वॉर्न ने सोहेल तनवीर के साथ टीम को जीत के करीब ले गए।
दरअसल राजस्थान को आखिरी ओवर में 8 रनों की दरकार थी। तनवीर ने पहली गेंद पर सिंगल लिया। दूसरी गेंद पर वॉर्न ने कोई रन नहीं लिया। तीसरी गेंद पर वॉर्न ने एक रन लेकर छोर बदला। इसके बाद बालाजी ने दो वाइड गेंदें डाली। चौथी गेंद पर एक रन बना। पांचवीं गेंद पर तनवीर ने दो रन पूरे किए। आखिरी गेंद पर एक रन तेजी से भागकर तनवीर ने राजस्थान को मैच और खिताब दोनों दिला दिए।
यूसुफ पठान को शानदार प्रदर्शन के चलते मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया। वहीं सोहेल तनवीर सर्वाधिक विकेट लेकर पर्पल कैप अपने नाम करने में कामयाब रहे।