भारत के पूर्व दिग्गज क्रिकेट सुनील गावस्कर ने अपने क्रिकेट करियर में कई रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किए थे। हालांकि गावस्कर के करियर में आज ही के दिन एक ऐसी पारी खेली गई थी, जिसने उन्हें बदनाम कर दिया था। उस पारी के बाद गावस्कर को दुनियाभर में खूब आलोचना का सामना करना पड़ा था।
सुनील गावस्कर के करियर की सबसे बदनाम पारी
लिटिल मास्टर के नाम से मशहूर सुनील गावस्कर ने अपने क्रिकेट करियर में रनों के ढेर लगाए हैं। अपने करियर में गावस्कर ने कई यादगार पारियां खेली है। जिनको भूलाना आज तक मुमकिन नहीं है। हालांकि वर्ल्ड कप 1975 में आज ही के दिन यानी 7 जून 1975 को सुनील गावस्कर के बल्ले से एक ऐसी पारी आई, जिसको उन्हें बदनाम कर दिया।
47 साल पहले गावस्कर एक पारी को ज्यादातर गलत वजहों से याद किया जाता है। मुंबई के सबसे बेहतरीन तकनीकी बल्लेबाज माने जाने वाले इस क्रिकेटर ने 1975 के विश्व कप मैच में इंग्लैंड के खिलाफ लंदन के प्रतिष्ठित लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में 174 गेंदों पर केवल 36 रन बनाए थे। माइक डेनिस की अगुवाई में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और 60 ओवर में 334/4 का विशाल स्कोर खड़ा किया। अंग्रेजों के सलामी बल्लेबाज डेनिस एमिस ने 18 चौकों की मदद से 147 गेंदों में 137 रनों की पारी खेली। ऐसी पारियां उस जमाने में काफी तेज मानी जाती थी। इसके अलावा कीथ फ्लेचर और क्रिस ओल्ड ने भी उपयोगी अर्धशतक बनाए।
इस मुकाबले में सभी ने भारतीय टीम से तेज गति से रन बनाकर लक्ष्य का पीछा करने की उम्मीद की गई थी। हालांकि गावस्कर सहित भारतीय टॉप ऑर्डर बल्लेबाज मैच के शुरुआत में ही अपने शैल में चले गए। जिसके चलते भारत अपनी पहली पारी में 3 विकेट के नुकसान पर 132 रनों पर सिमट गई। इसके चलते भारत को 202 रनों से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
गावस्कर ने 20.68 की स्ट्राइक-रेट से खेला, इस परी के लिए सबने अनुभवी बल्लेबाज की बहुत आलोचना की। वैसे गावस्कर विश्व कप के पहले संस्करण में भारत के प्रमुख रन-स्कोरर थे, जिन्होंने नाबाद 65 के टॉप स्कोर के साथ 113 की औसत से 113 रन बनाए थे।