india chased down 257 runs vs sri lanka in colombo test in 2010

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आज से 15 बरस पहले ठीक आज ही के दिन यानी 7 अगस्त 2010 को भारत ने वीवीएस लक्ष्मण की चोट के बावजूद शानदार शतकीय पारी खेलकर भारत को कोलंबो टेस्ट में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। वीवीएस लक्ष्मण के शानदार दूसरी पारी के शतक की बदौलत भारत ने कोलंबो में 257 रनों का लक्ष्य हासिल किया, जो उस समय का उनका अब तक का सबसे बड़ा टेस्ट लक्ष्य था। सचिन तेंदुलकर ने भी 54 रनों का योगदान दिया। इस मुकाबले में जीत दर्ज करके सीरीज में 1-1 से बराबरी करी। 

भारत ने श्रीलंका को उसके घर में हराकर रचा इतिहास 

कोलंबों में खेले गए इस टेस्ट मुकाबले में श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगकारा ने तीसरे टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। मेजबान टीम ने पहली पारी में 453 रन बनाए। इस मुकाबले में थिलन समरवीरा 137 रनों के साथ टॉप स्कोरर रहे, जबकि कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने ने अर्धशतक जड़े। भारत के लिए प्रज्ञान ओझा ने चार विकेट लिए और इशांत शर्मा ने तीन विकेट लिए।

भारत की पहली पारी में वीरेंद्र सहवाग ने बल्ले से कमाल दिखाया। सलामी बल्लेबाज ने 105 गेंदों पर 109 रन बनाए और अपनी पारी में 19 चौके लगाए। अन्य भारतीय बल्लेबाज़ों में वीवीएस लक्ष्मण और सुरेश रैना ने 50 रन का आंकड़ा पार किया, जबकि अभिमन्यु मिथुन और प्रज्ञान ओझा ने भी अहम योगदान दिया।

भारत ने तीसरे दिन अपनी पारी 436 रनों पर समाप्त की। श्रीलंका को दूसरी पारी में बल्लेबाजी में गिरावट का सामना करना पड़ा और 87 रन पर सात विकेट खो दिए। एकमात्र बल्लेबाज थिलन समरवीरा थे, जिन्होंने 83 रनों की पारी खेली। वीरेंद्र सहवाग, अमित मिश्रा और प्रज्ञान ओझा ने तीन-तीन विकेट लिए, जिससे श्रीलंका 267 रन पर आउट हो गया। भारत लक्ष्य का पीछा करते हुए सकारात्मक शुरुआत करने में नाकाम रहा और पहले दस ओवरों में ही वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ के महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए। सहवाग के साथ पारी की शुरुआत करने वाले मुरली विजय भी जल्दी पवेलियन लौट गए।

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वीवीएस लक्ष्मण बल्लेबाजी के लिए उतरे और सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर 109 रनों की साझेदारी की। सूरज रणदीव ने तेंदुलकर का विकेट लिया। इसके बाद सुरेश रैना लक्ष्मण के साथ आए और दोनों ने मिलकर बाकी काम पूरा किया। रैना 41 रन बनाकर नाबाद रहे, जबकि लक्ष्मण को उनके मैच विजयी शतक के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।