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पेरिस ओलंपिक में भारत और स्पेन के बीच खेले गए कांस्य पदक मुकाबले में भारत ने हरमनप्रीत के शानदार गोल के मदद से 2-1 से जीत दर्ज करते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया। इस बीच भारतीय हॉकी टीम की इस ऐतिहासिक जीत पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिक्रिया आई है। 

हॉकी टीम को कांस्य पदक जीतने पर पीएम मोदी ने दी बधाई

भारतीय हॉकी टीम ने स्पेन के खिलाफ खेले गए कांस्य पदक मैच में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 2-1 से जीत दर्ज की। भारतीय हॉकी टीम की इस शानदार जीत के बाद भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिक्रिया आई है।

अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर नरेंद्र मोदी ने भारतीय हॉकी टीम की तारीफ करते हुए लिखा " एक ऐसा कारनामा जिसे आने वाली पीढ़ियों के लिए संजोया जाएगा!  भारतीय हॉकी टीम ओलंपिक में चमकती है, कांस्य पदक घर लाती है! यह और भी खास है क्योंकि यह ओलंपिक में उनका लगातार दूसरा पदक है।  उनकी सफलता कौशल, दृढ़ता और टीम भावना की जीत है। उन्होंने अपार धैर्य और लचीलापन दिखाया। खिलाड़ियों को बधाई दी।  हॉकी के साथ प्रत्येक भारतीय का भावनात्मक जुड़ाव है और यह उपलब्धि हमारे देश के युवाओं के बीच इस खेल को और भी लोकप्रिय बनाएगी।" 

मुकाबले की बात करें तो हॉफ टाइम तक स्कोर 1-1 की बराबरी पर चल रहा है। दोनों टीमों के बीच पहला क्वार्टर गोल रहित बराबरी पर रहा था, लेकिन दूसरे क्वार्टर में पहले स्पेन ने पेनल्टी स्ट्रोक पर बढ़त हासिल की, लेकिन हरमनप्रीत सिंह ने दूसरा क्वार्टर समाप्त होने के कुछ समय पहले ही पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर बराबरी हासिल कर ली।

वहीं स्पेन के लिए मार्क मिराल्स ने गोल दागकर स्पेन को बढ़त दिलाई। इसके बाद भारतीय टीम लंबे समय तक बराबरी करने के लिए संघर्ष करती रही। भारत को दूसरे क्वार्टर में पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन टीम गोल करने से चूक गई। इसके कुछ मिनट बाद फिर भारत के पास बराबरी का मौका आया और इस बार कप्तान हरमनप्रीत ने गोल करने का मौका नहीं गंवाया। इसके बाद भारत ने दूसरे क्वार्टर में 2-2 की बराबरी पर खेल खत्म किया। 

हालांकि तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने गोल में बदलने में कोई गलती नहीं की। हरमनप्रीत सिंह ने 33वें मिनट में भारत के लिए इस मैच का दूसरा गोल दागकर भारत को 2-1 से बढ़त दिलाई।  इसके बाद भारत ने स्पेन को बराबरी करने का कोई मौका नहीं दिया और कांस्य पदक अपने नाम किया।