भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सभी 2023 के आखिर में भारत की मेजबानी में खेले गए वनडे विश्व कप के दौरान चोटिल हो गए थे। उसके बाद से मोहम्मद शमी टीम इंडिया से दूर है। उनकी गैरमौजूदगी में भारत को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में करीबी शिकस्त का सामना करना पड़ा। ऐसे में शमी की चोट को लेकर पूर्व भारतीय क्रिकेटर रवि शास्त्री ने बीसीसीआई के तौर तरीकोंं पर कड़े सवाल उठाए हैं।
शमी की चोट मैनेजमेंट को लेकर रवि शास्त्री ने BCCI से किए तीखे सवाल
पूर्व भारतीय क्रिकेटर रवि शास्त्री ने मोहम्मद शमी की चोट को लेकर BCCI के तौर-तरीकों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शमी को फिटनेस संबंधी चिंताओं के बावजूद ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम का हिस्सा होना चाहिए था। भारतीय टीम में शमी के खेलने को लेकर अनिश्चितता सीरीज के तीसरे टेस्ट तक बनी रही। लेकिन, इससे पहले टीम से जुड़ने की कई खबरे चली थी।
बता दें कि दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी टखने की चोट के कारण 2023 वनडे वर्ल्ड कप के बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर हैं। हालांकि उसके बाद से उन्होंने घरेलू क्रिकेट में वापसी की, लेकिन उसके बाद उसके घुटने में चोट लग गई। इससे सूजन हो गई जिससे उनका रिहेब और मुश्किल हो गया। ठीक होने में कुछ और समय लगा।
हालांकि शमी ने नवंबर में रणजी ट्रॉफी मैच में 43 ओवर फेंके और सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी के नौ मैच खेले। हालाँकि, घुटने की समस्या के कारण, उन्हें सीरीज के बाकि दो टेस्ट मैचों से बाहर कर दिया गया था। इस बीच शास्त्री ने आईसीसी से बात करते हुए कहा कि "ईमानदारी से कहा जाए तो मैं मीडिया में चल रहे डिबेट से बहुत हैरान था कि मोहम्मद शमी के साथ वास्तव में क्या हुआ। जब ठीक होने की बात आती है तो वह कहाँ होता है? वह एनसीए में कितने समय से मौजूद हैं, मुझे नहीं पता। हालांकि उन जैसे खिलाड़ी को मैं उन्हें ऑस्ट्रेलिया लाया होता।
शास्त्री ने आगे कहा कि " शमी को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने वाली भारतीय टीम का हिस्सा होना चाहिए था, भले ही वह 100% फिट न हों। मैं उन्हें टीम का हिस्सा रखता और यह सुनिश्चित करता कि उनका रिहैबिलिटेशन टीम के साथ हो। और फिर अगर हम तीसरे टेस्ट मैच से सोचते हैं कि नहीं, यह खिलाड़ी बाकी सीरीज नहीं खेल सकता है, तो मैं उसे जाने दूंगा।"