sarfaraz ahmed sportstiger

आज ही के दिन पाकिस्तान के एक ऐसे क्रिकेटर का जन्म हुआ था। जिनकी कप्तानी में पाकिस्तान ने एक नहीं दो-दो आईसीसी टूर्नामेंट में भारत को हराकर खिताब अपने नाम किया। हालांकि इन सब के बावजूद उस क्रिकेटर को अपने देश में ना ज्यादा मौके मिले और ना ही उतनी शोहरत जिसके वे हकदार थे। हालात यहां तक बिगड़े की कई मीडिया रिपोर्ट्स ने यहां तक दावा किया कि अपने देश में ज्यादा मौके नहीं मिलने के चलते पूर्व कप्तान देश छोड़कर बाहर जाने के बारे में सोच रहे हैं। लेकिन आखिर में देश की साख के चलते क्रिकेटर ने अपना मन बदल दिया। हम बात कर रहे हैं 22 मई 1987 को कराची में जन्में सरफराज अहमद की। 

भारत को हराकर दो बार बने आईसीसी चैंपियंस

22 मई 1987 को कराची में जन्में पाकिस्तानी विकेटकीपर बल्लेबाज सरफराज अहमद का नाम सबसे पहले 2006 में सुर्खियों में आया जब बांग्लादेश में खेले गए अंडर-19 वर्ल्ड कप में उनकी कप्तानी में पाकिस्तान ने पहली भारत को हराकर खिताब अपने नाम किया। भारत को हराने के चलते सरफराज अहमद पाकिस्तान में हिरो बन गए।  उस अंडर-19 टूर्नामेंट में सरफराज ने तीसरे और चौथे मैच में अर्धशतक लगाए थे।

इसके बाद सरफराज ने पाकिस्तान के घरेलू मुकाबलो में भी जबरदस्त प्रदर्शन करते नजर आए।  हालांकि उसके बाद उनको पाकिस्तान ए टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया भेजा गया। लेकिन इसके बाद सरफराज का नाम पाकिस्तान क्रिकेट से कुछ समय के लिए गुम हो गया।

सरफराज अहमद दोबारा पाकिस्तान टीम में अपनी छाप छोड़ने के लिए कई सालों का इंतजार करना पड़ा। 2014 में श्रीलंका के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज की एक पारी में 74 रनों की पारी खेलकर सरफराज ने टीम में अपनी जगह पक्की की। जिसके बाद उनको 2015 वर्ल्ड कप टीम में चुना गया। इसके बाद 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के समय सरफराज अहमद का नाम तब और सुर्खियों में आया जब इनकी कप्तानी में पाकिस्तान ने भारत को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की। 

हालांकि 2019 में जब भारत के खिलाफ पाकिस्तान को हार मिली तो सरफराज अहमद को सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया गया। उनकी फिटनेस का मजाक उड़ाया गया। यहीं नहीं धीरे-धीरे करते हुए सरफराज अहमद को टेस्ट समेत टी-20 और वनडे टीम से बाहर कर दिया गया। 

गौरतलब है कि  सरफराज ने पाकिस्तान के लिए 54 टेस्ट में 3031, 117 वनडे में 2315 और 61 टी20 इंटरनेशनल में 818 रन बनाए। इंटरनेशनल क्रिकेट में उनके नाम छह शतक हैं। 2021 से उन्हें वनडे और टी20 खेलने का मौका नहीं मिला है। उनका आखिरी टेस्ट दिसंबर 2023 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर था।