हाल ही में न्यूजीलैंड को अपने घर पर करारी शिकस्त देने वाली श्रीलंका क्रिकेट टीम के लिए बुरी खबर आई है। श्रीलंका के लिए 2021 में डेब्यू करने वाले बाएं हाथ के स्टार स्पिनर प्रवीण जयविक्रमा पर दो महीने पहले आईसीसी ने एंटी करप्शन कोड के उल्लंघन के आरोप लगाए थे। इस बीच आज यानी 2 अक्टूबर को आईसीसी ने श्रीलंकन स्पिनर पर एंटी करप्शन कोड के तहत एक साल का प्रतिबंध लगा दिया है।
प्रवीण जयविक्रमा पर लगा एक साल का प्रतिबंध
आईसीसी ने श्रीलंका के बाएं हाथ के स्पिनर प्रवीण जयविक्रमा को एक साल के लिए सभी क्रिकेट से प्रतिबंधित कर दिया गया है, जिसमें से छह महीने के लिए निलंबित किया जाएगा। आईसीसी एंटी करप्शन कोड के उल्लंघन को स्वीकार करने के बाद जयविक्रम पर प्रतिबंध लगाया गया था। जिसके चलते श्रीलंकन स्पिनर जयविक्रमा अगले एक साल तक किसी भी इंटरनेशनल मैच का हिस्सा नहीं बन सकेंगे।
आईसीसी के कोड के अनुच्छेद 2.4.7 के उल्लंघन की बात स्वीकारने के बाद लगा प्रतिबंध
आईसीसी के अनुच्छेद 2.4.7 के उल्लंघन के बाद यह फैसला लिया गया है इस अनुच्छेद में "एसीयू द्वारा की जाने वाली किसी भी जांच में बाधा डालना या देरी करना, जिसमें किसी भी दस्तावेज या अन्य जानकारी को छिपाना, छेड़छाड़ करना या नष्ट करना शामिल है जो उस जांच के लिए प्रासंगिक हो सकता है और/या जो सबूत हो सकता है या भ्रष्टाचार रोधी संहिता के तहत भ्रष्ट आचरण के सबूत की खोज का कारण बन सकता है।" आता है।
गौरतलह है कि जयविक्रमा ने आखिरी बार 2022 में श्रीलंका का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने श्रीलंका के लिए पांच टेस्ट और वनडे और पांच टी20ई में श्रीलंका का प्रतिनिधित्व किया है। जिसमें 32 अंतर्राष्ट्रीय विकेट उनके नाम है।
जयविक्रमा पर यह आरोप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और लंका प्रीमियर लीग में लगा था। दो महीनों पर जारी किए गए अपने बयान में आईसीसी ने कहा था कि श्रीलंकाई खिलाड़ी ने उन मैसेजेस को डिलीट कर दिया जिनमें उनसे फिक्सिंग करने की बातें कहीं गई थीं। आईसीसी ने अपने बयान में कहा, "श्रीलंकाई गेंदबाज ने अपने पास से उन मैसेजेस को डिलीट कर दिया जिनमें से मैच फिक्स करने को कहा गया था। जयविक्रमा के पास अपने ऊपर लगे आरोपों के जवाब देने के लिए छह अगस्त से लेकर 14 दिन का समय है।"