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भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टी20 सीरीज के आखिरी मुकाबले में भारत ने मेहमान टीम को 150 रनों से हारकर सीरीज 4-1 से अपने नाम कर ली है। हालांकि इस जीत के बाद चौथे मैच में दुबे की जगह हर्षित राणा को बतौर कन्कशन सब्स्टीट्यूट शामिल किए जाने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पूर्व इंग्लिश क्रिकेटरों के बाद भारत के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर भी सनसनीखेज बयान देते हुए इस विवाद में कुद गए हैं।
दुबे के सिर में चोट नहीं लगी थीः गावस्कर
भारत के पूर्व दिग्गज सुनील गावस्कर ने कन्कशन विवाद पर अपनी राय दी है। उनका मानना है कि भारत को पुणे मैच में दुबे की जगह हर्षित राणा को बतौर कन्कशन सब्स्टीट्यूट शामिल नहीं करना चाहिए था। गंभीर ने इंग्लिश कप्तान की नाराजगी को सही बताते हुए कहा कि अगर दुबे को चोट लगी थी तो वह आखिरी गेंद तक बल्लेबाजी क्यों कर रहे थे।
गावस्कर ने टेलीग्राफ के लिए लिखे अपने कॉलन में लिखा है कि "पुणे के मैच में, दुबे ने हेलमेट पर चोट लगने के बाद अंत तक बल्लेबाजी की, इसलिए स्पष्ट रूप से, उन्हें चोट नहीं लगी थी। इसलिए, ऐसे विकल्प की अनुमति देना ही सही नहीं था। हां, अगर बल्लेबाजी करते समय उनकी मांसपेशियों में खिंचाव होता तो एक विकल्प हो सकता था, लेकिन वह केवल फील्डिंग के लिए होता और वह गेंदबाजी नहीं कर सकते थे।
उन्होंने आगे कहा, "शिवम दुबे और हर्षित राणा के बीच लाइक टू लाइक जैसा कुछ नहीं है। मजाक में कोई यह जरूर कह सकता है कि उनकी लंबाई एक जैसी है। इंग्लैंड के पास नाराज होने का हर कारण है। भारतीय टीम को अपनी जीत कलंकित करने की जरूरत नहीं है। उनको यह हरकत नहीं करनी चाहिए थी।" गौरतलब है कि उस मुकाबले में हर्षित राणा ने शानदार गेंदबाजी कराते हुए तीन विकेट चटकाए थे।