मेलबर्न में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे मुकाबले में भारतीय टीम ने नीतीश रेड्डी की शतकीय पारी के चलते तीसरे दिन के आखिर में वापसी कर लिया है। मेजबान टीम के 474 रनों के जवाब में भारत ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक 9 विकेट के नुकसान पर 358 रन बना लिए हैं। हालांकि मैच का दूसरा दिन पूरी तरह ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा। लेकिन मैच में आठवें विकेट के लिए नीतीश कुमार रेड्डी और वॉशिंगटन सुंदर की 127 रनों की साझेदारी ने टीम की वापसी करवाई है। इस बीच मैच के बाद सुंदर ने मीडिया से बात करते हुए कोच और कप्तान की तारीफ की।
वे हर हाल में लड़ने के लिए कहते रहते हैं - वॉशिंगटन सुंदर
191 रनों के स्कोर पर ऋषभ पंत का विकेट गिरने के बाद नीतीश कुमार रेड्डी ने वॉशिंगटन सुंदर के साथ मिलकर लड़खड़ाती भारतीय पारी को संभाला। दोनों ने आठवें विकेट के लिए 127 रनों की साझेदारी कर भारतीय टीम को मुश्किल से संभाला। हालांकि 162 गेंदों में 50 रनों की पारी खेलकर वॉशिंगटन सुंदर नाथन लियोन की गेंद पर स्लिप पर कैच देकर पवेलियन लौट गए। हालांकि नीतीश रेड्डी अभी भी 105 रनों की नाबाद पारी खेलकर क्रीज पर मौजूद है।
ऐसे में तीसरे दिन का खेल समाप्त होने पर मीडिया से बात करते हुए वॉशिंगटन सुंदर ने रोहित शर्मा और गौतम गंभीर की तारीफ करते हुए कहा कि " एक बात, खास तौर पर रोहित भाई और गौती भाई के साथ यह है कि वे हमें हर हाल में लड़ने के लिए कहते रहते हैं। भारत के लिए मेलबर्न जैसे मैदान में हम सब कुछ करेंगे। वे मुझे बताते रहे कि उन्हें मुझ पर और इस फॉर्मेट में मेरी क्षमता पर भरोसा है। मैं अपने बल्लेबाजी प्रदर्शन बहुत खुश हूं। हालांकि अगर मैं और रन बनाता और आउट नहीं होता तो बेहतर होता। लेकिन हम अच्छी स्थिति में हैं।"
बता दें कि तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 9 विकेट के नुकसान पर 358 रन बना लिए हैं। हालांकि भारतीय टीम अभी भी मेजबान टीम से 116 रनों से पीछे हैं।