rashid latif slams pakistan batter with rohit kohli s example

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T20 वर्ल्ड कप 2024 में पाकिस्तान का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। मेगा टूर्नामेंट के पहले ही मैच में सह-मेजबान यूएसए के हाथों करारी हार के बाद पाकिस्तान को चिर प्रतिद्वंधी भारत के हाथों भी करीबी हार का सामना करना पड़ा। इन दोनों हारों के चलते पाकिस्तान ग्रुप स्टेज में ही टी20 वर्ल्ड कप से बाहर हो गया। इसके बाद पाक टीम से लेकर कप्तान बाबर आजम को जमकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। इस बीच पूर्व पाकिस्तानी कप्तान राशिद लतीफ ने बाबर आजम की ओलचना करते हुए चौंकाने वाला बयान दिया है। 

रोहित-कोहली अपने खेल में बदलाव कर सकते हैं तो बाबर क्यों नहीं - राशिद लतीफ 

पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर राशिद लतीफ ने टी20 विश्व कप 2024 में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद पाकिस्तान के बल्लेबाजी स्टार बाबर आजम की आलोचना की। लतीफ ने आजम के बल्लेबाजी इंटेंट पर सवाल उठाया और उनसे टी20 क्रिकेट में एक नए बल्लेबाजी इंटेंट के साथ खेलने का आग्रह किया। 

लतीफ ने भारतीय कप्तान रोहित शर्मा द्वारा अपने पिछले मैचों में की गई आक्रामक बल्लेबाजी के बाद बाबर आजम की बल्लेबाजी पर सवाल उठाया। 55 वर्षीय राशिद लतीफ ने टाइम्स नाउ से बातचीत के दौरान कहा कि "अगर रोहित शर्मा और विराट कोहली टी20ई में अपनी बल्लेबाजी के इंटेंट को बदल सकते हैं और अगर वे सफल हो सकते हैं, तो बाबर आजम क्यों नहीं? मैं रोहित शर्मा का उदाहरण देना चाहूंगा। आपने देखा कि उन्होंने 50 ओवर वर्ल्ड कप में अपने खेल को कैसे विकसित किया। उन्होंने खुद को आक्रामक बल्लेबाज बना लिया है। 

उन्होंने आगे कहा, "इस साल के आईपीएल में, उनका स्ट्राइक रेट 140 के करीब था; अगर वह अपना खेल बदल सकते हैं, तो हर कोई कर सकता है। उन्हें अपने खेल पर काम करना पड़ा। भारत ने दिखाया कि वे ऐसा कर सकते हैं। यह खिलाड़ी की समस्या नहीं है, बल्कि उन लोगों की समस्या है जो उन्हें खिलाते हैं। लतीफ ने आगे कहा, "मैं बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान को टी20ई में अपनी बल्लेबाजी के इंटेंट को बदलने के लिए 5 मैच दूंगा, और अगर वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उनके लिए टीम में कोई जगह नहीं होनी चाहिए।" 

वहीं पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज ने भारत के हेड कोच राहुल द्रविड़ की भी सराहना की और कहा, "अगर राहुल द्रविड़ नहीं होते तो रोहित-कोहली विश्व कप नहीं जीतते। बाबर आजम और शाहीन अफरीदी के बीच एक ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो उन्हें एकजुट कर सके। हर कोई समस्या को जानता है, कोई इसके बारे में बात नहीं कर रहा है। जब ये दोनों फिर से मिलेंगे तो टीम प्रदर्शन करेगी।