
पेरिस ओलंपिक में 7 अगस्त को बढ़े हुए 100 ग्राम वजन के चलते भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को 50 किग्रा फ्री स्टाइल कुश्ती स्पर्धा के फाइनल मुकाबले से पहले डिसक्वालीफाई कर दिया गया था। इसके बाद विनेश फोगाट ने CAS यानी कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन में दो मांगे दर्ज करवाई थी। इस बीच हाल ही में आई खबरों के मुताबिक CAS ने भारतीय पहलवान की मांग को स्वीकार कर लिया है।
विनेश फोगाट अभी भी जीत सकती हैं सिल्वर मेडल
दरअसल 7 अगस्त को विनेश के डिसक्वालीफाई होने की खबर के बाद पूरे भारत में मातम छा गया था। गलियों से लेकर संसद तक लोग विनेश के समर्थन में आ गए थे। वहीं इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पीएम मोदी ने भी भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा से वर्ल्ड ओलंपिक संघ के अधीन आपत्ति दर्ज करवाने की बात कही थी। हालांकि इससे पहले भारतीय पहलावन ने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन में अपील करते हुए दो मांगे दर्ज करवाई थी।
इस बीच 8 अगस्त को भारतीय फैंस को लिए खुश खबरी आई है। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन से विनेश फोगाट की दूसरी मांग को स्वीकार कर लिया है। दरअसल विनेश ने पहली मांग दोबारा वजन करने की अनुमति दी जाने के लिए की थी। जिसे कोर्ट ने कल सुबह ही अस्वीकार करते हुए उनकी जगह फाइनल मुकाबले में अमेरिकन पहलवान के सामने क्यूबा की पहलवान को खेलने की अनुमति दे दी थी। वहीं विनेश ने दूसरी मांग की थी कि वह सिल्वर मेडल की हकदार है। क्योंकि 6 अगस्त को जब उन्होंने तीनों मैच खेले थे तब उनका वजन भी ठीक था।
इस बीच कोर्ट ने विनेश की दूसरी मांग को स्वीकार कर लिया है। हालांकि इस मांग को लेकर कोर्ट का आखिरी फैसला शुक्रवार सुबर साढ़े 11 बजे तक सुनाया जाएगा। अगर फैसला विनेश के पक्ष में आता है तो विनेश को सिल्वर मेडल दिया जा सकता है।
हालांकि कोर्ट के फैसले से पहले विनेश फोगाट ने कुश्ती को अलविदा कहते हुए सभी को चौंका दिया है।