26 जुलाई से खेलों के महाकुंभ का आगाज फ्रांस की राजधानी पेरिस में होने जा रहा है। 11 अगस्त तक चलने वाले इस मेगा टूर्नामेंट में भारत के 117 खिलाड़ी मेडल के लिए दमखम दिखाते नजर आएंगे। पेरिस ओलंपिक की शुरुआत में एक दिन का समय बचा है। ऐसे में इस आर्टिकल में हम आपको ओलंपिक इतिहास में 1 नंबर से जुडे़ कुछ रोचक और अनोखे तथ्य बताने वाले हैं।
ओलंपिक इतिहास में भारत ने जैवलिन में जीता 1 गोल्ड मेडल
नीरज चोपड़ा ( जैवलिन, स्वर्ण पदक)
भारत के भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा टोक्यो ओलंपिक 2020 में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारत के एक मात्र खिलाड़ी है। इस शानदार कारनामे के साथ नीरज चोपड़ा ने पूर्व ओलंपिक गोल्ड मेडल विजेता अभिनव बिंद्रा की बराबरी की थी। इसके साथ ही नीरज ओलंपिक के इतिहास में भारत के लिए जैवलिन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले इकलौते खिलाड़ी बन चुके हैं। इनके अलावा अभी कोई भी खिलाड़ी जैवलिन में गोल्ड मेडल जीतने का कारनामा नहीं कर सका। पेरिस ओलंपिक में भी नीरज चोपड़ा से गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीद है। देखना दिलचस्प होगा की नीरज देश की उम्मीदों पर खरा उतर पाते हैं यान नहीं।
किसान परिवार में पैदा होकर तय किया ओलंपिक का सफर
भारत के गोल्डन बॉय के नाम से मशहूर नीरज चोपड़ा का जन्म 24 दिसंबर 1997 को हरियाणा के पानीपत जिले के खंडरा गांव में हुआ। नीरज के परिवार का जीवन यापन खेती के सहारे होता था। नीरज अपने माता पिता के तीन संतानों में से एक है। नीरज के अलावा दो उनकी दो बहने हैं। नीरज ने ग्रैजुएशन चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेस से पूरा किया था। वहीं इसके साथ ही नीरज चोपड़ा ने जालंधर में मौजूद एलपीयू से बीए की डिग्री ले रखी हैं।