पाकिस्तान की मेजबानी में आयोजित होने वाली ICC चैंपियंस ट्रॉफी का आगाज 19 फरवरी से होने वाला है। 19 फरवरी से 9 मार्च तक चलने वाले इस मेगा टूर्नामेंट से इस पर पाकिस्तान से बाहर आयोजित होने के खतरा मंडरा रहा है। दरअसल चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान के 3 स्टेडियम लाहौर, रावलपिंडी और कराची में होने वाले हैं। हालांकि इन तीनों स्टेडियम में पिछले कुछ महीनों से निर्माण कार्य जारी है। जोकि आने वाले कुछ हफ्तों तक जारी रह सकता है। फिलहाल टूर्नामेंट के जारी होने में महज 40 दिनों का समय बचा है। ऐसे में अगले हफ्ते आईसीसी पाकिस्तान के स्टेडियम का निरीक्षण करने वाली है। अगर तब तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ तो चैंपियंस ट्रॉफी के मुकाबले पाकिस्तान से बाहर यूएई में खेले जा सकते हैं।
पाकिस्तान से छीन सकती हैं चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी
चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत विवाद से शुरु हुई। पहले भारत ने सुरक्षा का हवाला देते हुए टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद आईसीसी ने मध्यस्ता की भूमिका निभाते हुए विवाद को सुलझाने में मदद की। जिसके चलते भारत अपने मुकाबले हाई-ब्रिड मॉडल के तहत दुबई में खेलेंगे। अभी यह विवाद थमा ही था कि पाकिस्तान के सामने एक ओर मुश्किल आ गई है। दरअसल पाकिस्तान के जिन स्टेडियम में मुकाबले आयोजित किए जाएंगे।
उन स्टेडियमों में पिछले कुछ समय से निर्माण कार्य जारी है। कराची और लाहौर में ड्रेसिंग रूम और हॉस्पिटैलिटी बॉक्स का कार्य अभी भी अंतिम चरण तक नहीं पहुंचा है। इसके अलावा मैदान के चारों और तार के जाले लगाने से लेकर फ्लडलाइट्स और सीटें लगाना भी बाकि है। जोकि अभी भी अंतिम चरण से काफी दूर है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक पहले कराची के नेशनल क्रिकेट स्टेडियम, लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम और रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में अभी तक रिनोवेशन का कार्य को खत्म कर रिपोर्ट 12 फरवरी तक आईसीसी को सौंपने का समय है। मगर मौजूदा स्थिति देखकर यह मुश्किल लग रहा है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक आईसीसी की एक टीम स्टेडियमों की स्थिति जांच के लिए अगले सप्ताह के आखिर तक एक टीम पाकिस्तान भेजने वाली है। अगर ऐसे में पीसीबी समय से पहले निर्माण कार्य पूरा नहीं करता है और आयोजन स्थल आईसीसी की चेकलिस्ट के मुताबिक पूरे नहीं होते हैं तो मेगा टूर्नामेंट का आयोजन पाकिस्तान से बाहर यूएई में किया जा सकता है।