आगामी आईपीएल 2025 से पहले एक ओर जहां सऊदी अरब के जेद्दा में चल रहे से मेगा ऑक्शन में खिलाड़ियों की किस्मत का फैसला हो रहा है। वहीं भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पर्थ के ऑप्टस मैदान पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट खेला जा रहा है। एक तरफ जहां अश्विन इस मैच में भारत के एकमात्र प्रमुख स्पिनर के तौर पर खेल रहे हैं, तो वहां ऑक्शन में भी उनकी किस्मत मेहबान रही है। बात दें कि मेगा ऑक्शन से पहले अश्विन को राजस्थान रॉयल्स ने रिटेन नहीं किया था।
अब जारी इस मेगा ऑक्शन में 38 वर्षीय अश्विन को चेन्नई सुपर किंग्स ने 9.75 करोड़ रुपयों में अगले साइकिल तक टीम में शामिल किया है। अश्विन अगले तीन वर्ष अब चेन्नई सुपर किंग्स के लिए ऑलराउंडर कि महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
ऐसा रहा है रविचंद्रन अश्विन का आईपीएल करियर
वर्तमान समय में विश्व क्रिकेट के बेस्ट ऑफ स्पिनरों में से एक भारत के रविचंद्रन अश्विन ने आईपीएल में अपना डेब्यू साल 2009 में चेन्नई सुपर किंग्स से किया था। वो अश्विन का पहला फ्रेंचाइजी क्रिकेट सीजन था। हालांकि उस सत्र में उन्होंने के केवल दो ही मुकाबले खेले थे। इसके बाद 2010 में उनका अंतरराष्ट्रीय डेब्यू भी हो गया। अगले 6 साल तक अश्विन ने चेन्नई के लिए ही खेल और बल्ले और गेंद दोनों से अहम योगदान दिया। वहीं 2011 सत्र में अश्विन ने 16 मैचों में 20 विकेट लेकर अपना बेस्ट आईपीएल गेंदबाजी आंकड़ा दर्ज किया था और इसी साल चेन्नई आईपीएल का दूसरी बार विजेता भी बना था।
आईपीएल क्रिकेट में अश्विन के नाम 212 मैच की 208 पारियों में कुल 180 विकेट हैं जो उन्होंने 30 से नीचे की औसत और मात्र 7 कि इकॉनमी से चटकाएं हैं। अश्विन आईपीएल इतिहास के छठे सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज भी रहे हैं और जाहिर है वह बहुत ही किफायती गेंदबाज रहे हैं। इसी के साथ अश्विन के खाते में 94 पारियों में एक अर्धशतक समेत 800 रन भी हैं। अब तक उन्होंने 5 अलग अलग फ्रेंचाइजियों का प्रतिनिधित्व किया है जिसमें चेन्नई, पंजाब, पुणे, दिल्ली और राजस्थान रॉयल्स शामिल हैं। हालांकि इस बार अश्विन को रिटेंशन लिस्ट जारी करने से पहले राजस्थान ने रिलीज कर दिया था। अश्विन के आने से फिर चेन्नई का स्क्वॉड मजबूत हो गया है।