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भारत की ओलंपिक पदक विजेता साइना नेहवाल ने हाल ही में एक पॉडकास्ट चैनल पर बैडमिंटन, टेनिस और बास्केटबॉल जैसे खेलों को क्रिकेट की तुलना में शारीरिक रूप से अधिक चुनौतीपूर्ण बताकर एक नई बहस को जन्म दे दिया है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
क्रिकेट को लेकर साइना नेहवाल ने दिया विवादित बयान
भारत की लंदन ओलंपिक पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने हाल ही में एक पॉडकास्ट पर क्रिकेट को लेकर एक विवादित बयान दिया है। दरअसल साइना नेहवाल ने पोडकास्ट पर ओलंपिक में भारत के खिलाड़ियों के कम पदक जीतने वाले सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि हमें क्रिकेटरों की तरह कोई फीस नहीं मिलती है।
भारत में आपको हर जगह क्रिकेट अकादमियां मिलेगी। लेकिन बैडमिंटन और बाकी खेलों के साथ ऐसा नहीं है। चीन-अमेरिका जैसे देशों के खिलाड़ी 100-100 पदक जीतकर आते हैं क्यों कि वहां खिलाड़ियों को सभी सुविधाएं मिलती हैं। अगर ऐसी ही सुविधाएं भारत में भी बाकी खेलों के खिलाड़ियों को मिलेगी तो ओलंपिक में भारत के खिलाड़ी भी 100 मेडल से ज्यादा जीतकर आएंगे।
नेहवाल ने अपने बयान में आगे कहा कि जब कोई क्रिकेटर चोटिल हो जाता है तो उसे पूरे सैलरी मिलती है। हमारे लिए ऐसा कुछ नहीं होता। जब इसके जवाब में होस्ट ने बताया कि क्रिकेट अधिक जोखिम भरा खेल है, इसमें खिलाड़ियों की जान भी जा सकती है। उसके जवाब में नेहवाल ने कहा कि "कोई भी खिलाड़ी मरने के लिए तो नहीं खेलता है ना।
मुझे बुमराह के साथ खेलकर मरना थोड़ी है। उन्होंने कहा, "अगर जसप्रीत बुमराह मेरे साथ बैडमिंटन खेलते हैं तो शायद वह मेरा स्मैश नहीं ले पाएंगे। हमें इन चीजों के लिए अपने देश में खुद से नहीं लड़ना चाहिए। यही मैं कहना चाहता हूँ। प्रत्येक खेल अपने स्थान पर सर्वश्रेष्ठ होता है। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि अन्य खेलों को भी महत्व दें। अन्यथा, हमें खेल संस्कृति कहां से मिलेगी? और क्रिकेट, बॉलीवुड हमेशा हमारा फोकस रहेगा।