इंटरनेशनल क्रिकेट में बतौर लेग स्पिनर डेब्यू करने वाले एक ऐसा गेंदबाज, जिसने अपनी बल्लेबाजी के दमपर सभी गेंदबाजों के पसीने छुड़वा दिए थे। गेंदबाज से शानदार बल्लेबाज बने उस खिलाड़ी को गेंदबाजी करवाने से कई खिलाड़ी घबराते हैं, हम बात कर रहे हैं आज ही के दिन यानी 2 जून 1989 को जन्मे ऑस्ट्रेलियाई धाकड़ बल्लेबाज स्टीव स्मिथ की।
बतौर लेग स्पिनर करियर की शुरुआत करने वाले स्मिथ ने बल्लेबाजी में बनाए कई रिकॉर्ड
1989 में आज के दिन ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में पैदा हुए स्टीव स्मिथ का क्रिकेट करियर काफी रोमांचक रहा। यह जानकर हर किसी को हैरानी हो सकती है कि आज के दौर का यह बड़ा बल्लेबाज एक वक्त लेग स्पिनर था। स्मिथ ने बतौर लेग स्पिनर ही अपना करियर शुरू किया था।
जुलाई 2010 में जब उन्होंने टेस्ट डेब्यू किया था तो उन्हें लेग स्पिनर के तौर पर टीम में एंट्री मिली थी। 2010 में पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू मुकाबले में 4 ओवर में 8.50 की इकॉनमी रेट से 34 रन खर्च करके 2 विकेट चटकाएं। वहीं आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 8 गेंदों पर 8 रन बनाए। कुछ टेस्ट मुकाबलों में इसी क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए उनका बैटिंग ऑर्डर धीरे-धीरे ऊपर जाता गया।
5 साल में बने दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज
लेग स्पिन गेंदबाजी के साथ ही स्मिथ बल्ला भी अच्छा चलाते थे। यही कारण रहा कि टीम मैनेजमेंट ने उन्हें बैटिंग में प्रमोट करना शुरू किया। इसका नतीजा यह हुआ कि 5 साल के अंदर ही यह खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट में नंबर-1 बल्लेबाजी रैंकिंग पर पहुंच गया। इस दौरान टीम में उन्हें एक स्पिन गेंदबाज के तौर पर नहीं बल्कि प्रमुख बल्लेबाज के तौर पर शामिल किया जाने लगा। अब वह मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करने लगे।
बैन के चलते गंवानी पड़ी कप्तानी
स्मिथ ने बल्लेबाजी में ऐसा दम दिखाया कि करियर के शुरुआती दिनों में ही उनकी तुलना महान टेस्ट क्रिकेटर्स से होने लगी। नतीजा यह हुआ कि उन्हें जल्द ही कंगारू टीम की कप्तानी भी मिल गई। अपनी कप्तानी में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को कई बड़ी सीरीज जीत दिलाई। साल 2018 में हुए बॉल टेंपरिंग केस के कारण उन्हें कप्तानी गंवानी पड़ी और सालभर का प्रतिबंध भी झेलना पड़ा। हालांकि 2019 में उन्होंने दमदार अंदाज में वापसी की और अपना शानदार करियर आगे बढ़ाया।
स्टीव स्मिथ ने ऑस्ट्रेलिया की ओर से अब तक 105 टेस्ट मैच खेले हैं। जिनमें गेंदबाजी में उन्होंने 19 विकेट चटकाए और बल्लेबाजी में 58 की शानदार औसत से 9514 रन बना चुके हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 32 शतक दर्ज है।