Frank Worrell

आज से करीब 100 बरस पहले पैदा हुए दिग्गज कैरेबियन खिलाड़ी फ्रैंक वॉरेल वेस्टइंडीज की अगुवाई करने वाले पहले नियमित अश्वेत कप्तान थे। जिनकी अगुवाई में कैरेबियन क्रिकेट ने कई ऊंचाईयां प्राप्त की थी। फ्रैंक वॉरेल ने भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी नारी कॉन्ट्रैक्टर की जान बचाई थी। 

वेस्टइंडीज के पहले अश्वेत कप्तान थे वॉरेल 

आज से तकरीबन 100 साल पहले आज ही के दिन यानी 1 अगस्त 1924 को वेस्टइंडीज के बारबाडोस में जन्में फ्रैंक वॉरेल ने वेस्टइंडीज के लिए 15 टेस्ट मैचों की अगुवाई की थी। उनसे पहले तक कैरेबियन टीम की कप्तानी गोरों के हाथों में थी। लेकिन फ्रैंक वॉरेल के कप्तान बनते ही पहली बार कोई अश्वेत खिलाड़ी कैरेबियन टीम का नियमित कप्तान बना। 

फ्रैंक वॉरेल ने बचाई थी भारतीय कप्तान की जान 

क्रिकेट ग्राउंड के अलावा फ्रैंक वॉरेल अपने जिंदादिली के लिए भी जाने जाते रहे हैं। जिसकी मिसाल 1962 में भारतीय टीम के कैरेबियन दौरे पर देखने को मिली। जब भारतीय टीम वेस्टइंडीज में एक कॉलोनी मैच खेल रही थी। तभी घातक कैरेबियन तेज गेंदबाज चार्ली ग्रिफिथ की गेंद भारतीय टीम के तत्कालीन कप्तान नारी कॉन्ट्रैक्टर के सिर पर जा लगी। 

इस घटना के बाद कॉन्ट्रैक्टर को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जहां उन्हें बचाने के लिए कई यूनिट खून की जरूरत थी। तब फ्रैंक वॉरेल ने पहल करके अपने पांच साथी क्रिकेटरों को खून देने के लिए राजी किया। जिसके चलते कॉन्ट्रैक्टर की जान बच गई। हालांकि इस घटना के बाद कॉन्ट्रैक्टर कभी भी टेस्ट मैच नहीं खेल सके। इसका एहसान भारतीय क्रिकेट आज तक मानता है। 

बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन मनाता है 'सर फ्रैंक वॉरेल दिवस'

फ्रैंक वॉरेले के उस नेक काम के चलते बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन आज तक 3 फरवरी को   'सर फ्रैंक वॉरेल दिवस' मनाता है। इस मौके पर बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के परिसर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता रहा है।