
क्रिकेट के इतिहास में कई बेहतरीन खिलाड़ियों ने खेल जगत से देश की राजनीति का सफर तय किया है। इममें पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से लेकर भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजरुद्दीन जैसे कई दिग्गज शामिल है। ऐसा ही कारनामा आज ही के दिन यानी 21 जुलाई 1947 को बरेली में जन्मे पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज चेतन चौहान ने किया था।
सुनील गावस्कर के पसंदीदा ओपनिंग पार्टनर रहे चेतन
आज से करीब 77 बरस पहले 21 जुलाई 1947 को बरेली में जन्में पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान क्रिकेटर के तौर पर अपने करियर के अधिकांश समय लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर के साथ ओपनिंग बैटिंग की। टेस्ट मैचों में सुनील गावस्कर के साथ उन्होंने कई बड़ी साझेदारियां की।
दरअसल चेतन चौहान ने सितंबर 1969 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू किया था। इस मैच में उन्होंने पहले 25 मिनट तक कोई रन नहीं बनाया, लेकिन फिर लगातार दो बॉल पर चौका और छक्का लगाकर खाता खोला था।
सके बाद 1979 में ओवल टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ पहले विकेट के लिए चेतन चौहान ने सुनील गावस्कर के साथ मिलकर सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया। इन दोनों बल्लेबाजों के बीच 213 रन की साझेदारी हुई थी। बेहतरीन बल्लेबाज के तौर पर जाने जाने वाले चेतन चौहान बिना शतक लगाए 2 हजार से अधिक रन बनाने बल्लेबाज के तौर पर यह अनोखा रिकॉर्ड कई सालों तक अपने नाम रखा।
क्रिकेट के बाद राजनीतिक सफर की शुरुआत
साल 1981 में चेतन चौहान का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का सफर खत्म हो गया लेकिन 1985 में उन्होंने कम्पेटेटिव मैच खेला। इसके बाद उन्होंने राजनीति की तरफ रुख करते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ज्वाइन किया। वह यूपी के अमरोहा से दो बार के सांसद रहे और बाद में योगी सरकार में मंत्री पद पर रहे।
भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चेतन चौहान दो बार (1991 और 1998) उत्तर प्रदेश की अमरोहा सीट से लोकसभा के लिए चुने गए। चेतन चौहान अमरोहा की नौगावां सादात विधानसभा सीट से 2017 में विधायक चुनकर आए और योगी आदित्यनाथ के कैबिनेट में मंत्री बने।16 अगस्त 2020 को क्रिकेटर से राजनेता बने चौहान इस दुनिया को अलविदा कह गए। वे कोरोना वायरस से संक्रमित थे और इलाज के लिए गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। यहीं पर कार्डियक अरेस्ट के कारण उनका निधन हो गया।