आज से 76 बरस पहले आज ही के दिन यानी 7 अगस्त 1948 को ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड में जन्में इस पूर्व ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर ने कई सालों तक ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम की कप्तानी की और टीम को कई अहम मुकाबले जीताने में योगदान दिया। हालांकि अपने क्रिकेट करियर से ज्यादा भारतीय टीम के कोच के तौर पर सूर्खियां बंटोरी। हम बात कर रहे हैं ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बेहतरीन बल्लेबाज ग्रेग चैपल की। चैपल ने 2005 से 2007 के दौरान भारतीय टीम के हेड कोच का पद संभाला, उस दौरान उनका सौरव गांगुली के साथ विवाद बड़ा सुर्खियों में रहा था।
डॉन ब्रैडमैन को पीछे छोड़ने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज
ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट इतिहास में कई शानदार बल्लेबाज रहे हैं। उनमें से एक थे डॉन ब्रैडमैन। ऑस्ट्रेलिया के इस महान बल्लेबाज ने 1948 में संन्यास लेने से पहले टेस्ट क्रिकेट में 6996 रन बनाए थे। इनका यह रिकॉर्ड उस समय के बेहतरीन ऑस्ट्रेलियन बल्लेबाज ग्रेग चैपल ने उस रिकॉर्ड को तोड़ने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज थे।
उन्होंने 7,000 से अधिक टेस्ट रन बनाए। चैपल ने 1970 से 1984 के बीच ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट क्रिकेट खेला था। चैपल ने 14 वर्षों के करियर के दौरान 54 के औसत से 7110 टेस्ट रन बनाए। इसके साथ ही अपने बेहतरीन ऑन ड्राइव शॉट के लिए पहचाने जाने वाले चैपल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ लगातार छह टेस्ट पारियों में अर्धशतक जड़कर सभी को चौंका दिया था।
सौरव गांगुली के साथ विवादों के चलते आए सुर्खियों में
2005 से 2007 तक भारतीय टीम के हेड कोच रहे ग्रेग चैपल उस समय के तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली के साथ विवादों के लेकर सुर्खियों में रहते थे। दरअसल ग्रेग चैपल के कोच बनते ही भारतीय टीम को श्रीलंका दौरे पर स्लो ओवर रेट के चलते सौरव गांगुली को कुछ मैचों से प्रतिबंध झेलना पड़ा। इसके चलते राहुल द्रविड़ को कप्तानी सौंपी गई। इस दौरान चैपल को गांगुली की बजाय द्रविड़ की कप्तानी पसंद आई।
चैपल ने इस दौरे के बाद जिम्बाब्वे दौरे पर गई भारतीय टीम के लिए सौरव गांगुली को कप्तानी छोड़कर अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देने की सलाह दी। इस सलाह से सौरव गांगुली बड़े नाराज हुए और दोनों के बीच विवाद बहुत बढ़ गया। नाराज गांगुली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कोच ने मुझे कप्तानी छोड़ने की सलाह दी है। इसके बाद ग्रेग चैपल को कई आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।