ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट इतिहास में कई दिग्गज बल्लेबाज हुए हैं। लेकिन आज से तकरीबन 69 बरस पहले आज ही के दिन यानी 27 जुलाई 1955 को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में पैदा हुए एलन बॉर्डर ने अपने कई साहसिक फैसलों से ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट की किस्तम बदल दी थी।
एलन बॉर्डर की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने जीता पहला वर्ल्ड कप
23 साल की उम्र में इंग्लैंड के सामने वनडे डेब्यू करने वाले एलन बॉर्डर ने 1978 से लेकर 1984 तक तीन ऑस्ट्रेलियाई कप्तानों के अंडर खेला। लेकिन जब उनको कप्तानी मिली तो बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलियन टीम की किस्मत बदलकर रख दी।दरअसल एलन बॉर्डर ने जब ऑस्ट्रेलियन टीम के लिए डेब्यू किया, उस समय क्रिकेट की दुनिया में वेस्टइंडीज का राज चलता था।
बॉर्डर के दौर में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के चोटी पर पहुंचने के सफर की शुरुआत मानी जाती है। उनके नेतृत्व में कंगारू टीम साल 1987 में रिलायंस वर्ल्ड कप के फाइनल में इंग्लैंड को मात देकर पहली बार वनडे वर्ल्ड चैंपियन बनी। इसके बाद साल 1989 में एशेज सीरीज जीत ने कप्तान के रूप में बॉर्डर का कद काफी बढ़ा दिया। बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलिया के लगातार 93 टेस्ट मैचों में कप्तानी की। उनके कुशल नेतृत्व में ऑस्ट्रेलियन टीम ने 32 टेस्ट जीते जबकि 22 मुकाबलों में हार मिली।
टेस्ट की दोनों पारियों में 150+ बनाने वाले इकलौते बल्लेबाज
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में अब तक 89 के करीब बल्लेबाजों ने टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जमाने का कारनामा किया है, लेकिन एलन बॉर्डर को छोड़कर आज तक कोई भी बल्लेबाज टेस्ट की दोनों पारियों में 150 से अधिक का स्कोर नहीं किया है। मगर एलन बॉर्डर ने 1980 में पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर में खेले गए टेस्ट मुकाबले में यह कारनामा किया था। बॉर्डर का यह रिकॉर्ड आज तक कोई भी बल्लेबाज नहीं तोड़ सका है। इसके साथ ही एलन बॉर्डर सुनील गावस्कर के बाद 10 हजार से अधिक रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज रहे थे।